22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Weather Forecast: मानसून की एंट्री, जुलाई में औसत से 102% से 106% तक बारिश के आसार

Weather Forecast: ग्वालियर शहर सहित अंचल में 3 व 5 जुलाई को झमाझम बारिश के आसार हैं। कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज हो सकती है। 70 से 100 मिली मीटर बारिश हो सकती है।

2 min read
Google source verification
Weather forecast

Weather forecast

Weather Forecast: मौसम विभाग ने जुलाई की बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। इस महीने भी ग्वालियर-चंबल पर बादल मेहरबान रहने वाले हैं। औसत से 102 से 106 फीसद तक बारिश की संभावना है। अंचल में सबसे ज्यादा बारिश भिंड में दर्ज हो सकती है। इस बार खंड वर्षा नहीं है। भारी बारिश के दौर भी आ सकते हैं।

बारिश के कारण दिन का तापमान सामान्य रहेगा, लेकिन उमस का सामना करना पड़ेगा। इस बार अंचल में मानसून की धमाकेदार एंट्री रही है। मानसून के दस्तक के दिन चार जगहों पर भारी बारिश दर्ज हुई है। ग्वालियर में औसत से 38 फीसदी अधिक बारिश दर्ज र्हुई है।

भारी से भारी बारिश का अलर्ट

ग्वालियर चंबल संभाग के सभी जिलों में 26 जून को मानसून सक्रिय हो गया था। 27 जून को मानसून की औपचारिक घोषणा हुई। अंत के तीन दिनों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया, लेकिन सिस्टम अंचल तक आते-आते कमजोर पड़ गया।

इस कारण भारी बारिश नहीं हो सकी, लेकिन जून की बारिश का औसत का कोटा पूरा हो गया है। जुलाई में भी बादल अंचल के ऊपर मेहरबान रहने वाले हैं, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र दिल्ली की ओर से जाएंगे, जिसकी वजह से बारिश होगी।

3 व 5 को झमाझम के आसार

-उत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इससे बंगाल की खाड़ी से नमी आना शुरू होगी। इसकी वजह से ग्वालियर शहर सहित अंचल में 3 व 5 जुलाई को झमाझम बारिश के आसार हैं। कहीं-कहीं भारी बारिश दर्ज हो सकती है। 70 से 100 मिली मीटर बारिश हो सकती है।

-सोमवार को दक्षिण पश्चिम हवा चलने की वजह से दिन शहर वासियों को उमस का सामना करना पड़ा। शाम को हल्के बादल भी छाए, लेकिन बारिश नहीं हो सकी है। जुलाई का पहला दिन सूखा चला गया है।

ये भी पढ़ें: मोहन सरकार का बड़ा ऐलान, अंत्येष्टि के लिए मिलेंगे 10 हजार रुपए, टोल-नाकों पर मिलेगी छूट

दस साल में एक बार ही हुई भारी से भारी बारिश

  • ग्वालियर में जुलाई में चक्रवातीय घेरा, कम दबाव के क्षेत्र व मानसून ट्रफ लाइन की वजह से बारिश दर्ज होती है, लेकिन पिछले 10 साल की स्थिति देखी जाए तो जुलाई 2015 में भारी से भारी बारिश दर्ज हुई है। 24 घंटे में 190 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई थी।
  • इसके बाद से 2024 में 100 मिमी का आंकड़ा नहीं छुआ है।
  • जुलाई की औसत बारिश 224 मिली मीटर है। पिछले दस साल में चार बार ही औसत बारिश हुई है। छह साल खंड वर्षा होने की वजह से औसत तक नहीं पहुंच सका है।