जबकि उनका दावा है कि उन्होंने कोई अतिरिक्त बिजली उपयोग नहीं की है। जब मामले को लेकर अनिलकुमार डिस्कॉम दफ्तर पहुंचे तो मीटर जांच की बात कही और उनके मीटर की जांच की गई। जांच में मीटर तो सही पाया गया, लेकिन अचानक रीडिंग बढऩे की बात सामने आ गई। यह समस्या एक उपभोक्ता की नहीं बल्कि शहर के कई उपभोक्ताओं की है।
सबसे अधिक प्रभावित खुले में लगे मीटर : डिस्कॉम सूत्रों का कहना है कि तेज गर्मी का प्रभाव सभी मीटर्स पर पड़ रहा है, लेकिन जो बाहर लगे मीटर हैं उन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ रहा है। दुकान आदि जैसे स्थानों पर लगे मीटर सबसे अधिक तेज भाग रहे हैं। इस तरह की शिकायतें सबसे ज्यादा उपभोक्ता लेकर आ रहे है।
आ रहा अंतर
तापमान जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है। मीटर की रीडिंग भी तेज होती जा रही है। मीटर रीडिंग के एक कर्मचारी का कहना है कि इस समय अभी जो तापमान है, उससे लगभग 100 से 150 यूनिट तक का फर्क आना शुरू हुआ है। जिनके मीटर रीडिंग में कम अंतर है वह तो ठीक है, लेकिन जिनके में अचानक यूनिट का अंतर आया है।
पत्रिका अलर्ट : बरतें सावधानी
कोशिश करें मीटर घर के अंदर लगे।
मीटर जहां लगा हो वहां का तापमान सामान्य हो।
ऐसी स्थिति में मीटर की जांच कराएं।
मीटर ऐसी जगह लगाए, जहां नेचुरल तापमान मिलता हो।
सीधे धूप वाले जगह पर मीटर न लगाएं।
यदि किसी उपभोक्ता को मीटर बाहर लगने के कारण अधिक रीडिंग का संदेह है तो वे सब मीटर लगा संदेह दूर कर सकते हैं। हालांकि जांच के बाद ही मीटर लगाए जाते है। वैसे ज्यादा तापमान से सीधे प्रभावित होने की बात नहीं है। फिर भी किसी उपभोक्ताओं को कोई परेशानी है तो जांच करवा सकते है।
एमएस चारण, अधीक्षण अभियंता, जोधपुर डिस्कॉम।