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पुतला जलाने पहुंचे श्मशान, कफन हटाते ही सामने आया 50 लाख का फर्जीवाड़ा; जानिए पूरा प्लान

Crime News: पुतला जलाने के लिए बिजनेसमैन श्मशान घाट पहुंच गया। कफन हटाते ही 50 लाख का फर्जीवाड़ा सामने आया। जानिए, पूरे मामले का खुलासा कैसे हुआ?

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पुतला जलाने पहुंचे श्मशान, कफन हटाते ही सामने आया 50 लाख का फर्जीवाड़ा; जानिए पूरा प्लान-Image Source - Video Grab

Crime News: यूपी के हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में लोगों के अंतिम संस्कार में मदद करने वाले एक शख्स ने नकली अंतिम संस्कार का पर्दाफाश किया। जिसके बाद 2 लोगों को हिरासत में लिया गया। दोनों पर पर आरोप है कि उन्होंने इंश्योरेंस कंपनी पर 50 लाख रुपये का क्लेम करने के लिए एक प्लास्टिक के पुतले का अंतिम संस्कार करने की कोशिश की।

कैसे हुआ मामले का खुलासा?

अंतिम संस्कार में मदद करने वाले शख्स नितिन ने पुलिस को बताया, ''शरीर का वजन हल्का लग रहा था। जब मैंने घी और दूसरी जरूरी चीजें खरीदने के बाद बृजघाट से 4 लोगों को मरे हुए व्यक्ति का चेहरा दिखाने के लिए कहा तो वे बहाने बनाने लगे, जिसके बाद मैंने पुलिस को फोन किया।"

आरोपी को चुकाना था 50 लाख का लोन

मामले को लेकर पुलिस ने कहा कि जांच में पता चला कि कपड़े के नीचे एक प्लास्टिक का पुतला था। पुलिस ने कहा, "आरोपी को 50 लाख रुपये का लोन चुकाने के लिए अपने कर्मचारी के नाम पर डेथ सर्टिफिकेट की जरूरत थी।"

मामले में पुलिस ने क्या कहा?

गढ़मुक्तेश्वर सर्कल ऑफिसर स्तुति सिंह ने कहा, "हमें जानकारी मिली कि एक आदमी बृजघाट इलाके में श्मशान केंद्र के पास एक प्लास्टिक की डमी का अंतिम संस्कार कर रहा था।" उन्होंने कहा कि दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से एक दिल्ली का बिजनेसमैन है और दूसरा उसका साथ ही है।

आरोपी के 2 साथी मौके से फरार

सूत्रों की माने तो उनके 2 साथी मौके से भागने में कामयाब रहे। सर्कल ऑफिसर स्तुति सिंह ने कहा कि दिल्ली के रहने वाले कमल सोमानी पर 50 लाख रुपये का लोन था। सिंह ने कहा, "लोन चुकाने के लिए आरोपी ने एक साल पहले अपने कर्मचारी अंशुल कुमार के नाम पर अपनी जानकारी से एक इंश्योरेंस पॉलिसी ली थी।" आरोपी लोन चुकाने के लिए अपने कर्मचारी के नाम पर डेथ सर्टिफिकेट लेना चाहता था। मामले में FIR दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है।