
Almond milk vs cashew milk benefits
Almond milk vs cashew milk Benefits: आज की हेल्दी लाइफस्टाइल में डेयरी-फ्री ऑप्शन्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।ऐसे में लोग अब गाय और भैंस के दूध के अलावा बादाम का दूध और काजू का दूध को भी अपने डेली डाइट रूटीन में शामिल कर रहे हैं। ये न सिर्फ डेयरी-फ्री मिल्क के हेल्दी विकल्प हैं, बल्कि इनमें कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो संपूर्ण शरीर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।लेकिन क्या बादाम का दूध आपके शरीर को बेहतर पोषण देता है, या काजू का दूध? कभी सोचा है?तो आइए जानें कि इन दोनों में से कौन सा दूध ज्यादा न्यूट्रिशनल पावर से भरपूर है।
बादाम का दूध हल्का और पचाने में आसान होता है। इसमें विटामिन E, कैल्शियम, और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो त्वचा, बालों और हड्डियों के लिए फायदेमंद हैं। यह वजन घटाने में मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें कैलोरी कम होती है। इसके अलावा, यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
काजू के दूध में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इसका टेक्सचर क्रीमी होता है, जो इसे स्मूदी या कॉफी में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें भी विटामिन E, आयरन और मैग्नीशियम होते हैं, जो त्वचा को नमी और ग्लो देने में मदद करते हैं और मसल्स व हड्डियों की सेहत के लिए भी अच्छे हैं।
अब बात करते हैं कि कौन सा दूध आपके सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है। यह इस पर निर्भर करता है कि आपको क्या चाहिए। अगर आप हल्का और कम कैलोरी वाला विकल्प चाहते हैं, तो बादाम का दूध बेहतर है। अगर आप क्रीमी टेक्सचर वाले मिल्क पसंद करते हैं और दिल की सेहत को प्राथमिकता दे रहे हैं, तो काजू का दूध अच्छा रहेगा। दोनों ही दूध पोषक होते हैं, बस आपकी जरूरतों और पसंद के अनुसार चुनें।
काजू और बादाम का दूध बनाने का तरीका काफी हद तक समान होता है। दोनों के बनाने के तरीके काफी हद तक समान हैं। सबसे पहले, नट्स को पानी में कुछ घंटों के लिए भिगोकर नरम होने के लिए छोड़ दें। फिर, इन नट्स को अच्छे से ब्लेंड कर लें ताकि यह मिश्रण क्रीमी और चिकना बने। इसके बाद, मिश्रण से गूदा निकालने के लिए चीजक्लोथ या महीन कपड़े से छान सकते हैं इससे दूध साफ होता है। अब दूध को अपनी पसंद के अनुसार मीठा कर लें। आप गुड़ और चीनी दोनों का ही विकल्प चुन सकते हैं और इससे फ्रिज में स्टोर भी कर सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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Published on:
14 Apr 2025 11:51 am
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