
BMI Increase Cancer Risk : हार्ट डिजीज वाली महिलाओं में कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है BMI : WHO (फोटो सोर्स : Freepik)
BMI Increase Cancer Risk : क्या आप जानती हैं कि आपका बढ़ता वजन सिर्फ दिल की बीमारियों का ही नहीं बल्कि जानलेवा कैंसर का भी बड़ा कारण बन सकता है? हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है जिससे हम सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है। यह सिर्फ एक खबर नहीं बल्कि हम सब की सेहत से जुड़ा एक बेहद अहम पहलू है।
अक्सर हम मोटे होने को सिर्फ दिल से जुड़ी समस्याओं या डायबिटीज से जोड़ते हैं, लेकिन WHO की ताजा रिसर्च एक नई और गंभीर तस्वीर पेश करती है। यह रिसर्च अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के प्रतिष्ठित जर्नल 'कैंसर' में छपी है, जिसमें बताया गया है कि जिन महिलाओं को दिल की बीमारी का सामना करना पड़ता है उनमें वजन बढ़ने के साथ ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ता है।
सोचिए अगर आपका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) हर 5 kg/m2 बढ़ता है, तो दिल की बीमारी से जूझ रही महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम 31% तक बढ़ जाता है। वहीं जिन महिलाओं को दिल की बीमारी नहीं है उनमें भी यह खतरा 13% तक बढ़ सकता है। यह आंकड़ा बताता है कि वजन का बढ़ना कितना गंभीर हो सकता है। यह रिसर्च जो यूरोपीय प्रॉस्पेक्टिव इन्वेस्टिगेशन इन कैंसर एंड न्यूट्रिशन (EPIC) और यूके बायोबैंक के 1.6 लाख से ज्यादा पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं के डेटा पर आधारित है, साफ संकेत देती है कि हमें अब सिर्फ दिल के बारे में नहीं बल्कि कैंसर के बारे में भी सोचना होगा।
दिलचस्प बात यह है कि इस रिसर्च में टाइप 2 डायबिटीज का ब्रेस्ट कैंसर के खतरे पर सीधा असर नहीं देखा गया। यानी डायबिटीज हो या न हो, अगर आपका वजन बढ़ रहा है तो ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम तो बना ही रहेगा। यह बात इस ओर इशारा करती है कि वजन नियंत्रण सिर्फ डायबिटीज के लिए नहीं बल्कि कैंसर से बचाव के लिए भी उतना ही जरूरी है।
यह कोई नई बात नहीं है कि मोटापा कैंसर का कारण बन सकता है। मेडिकल साइंस ने लंबे समय से यह साबित किया है कि अधिक वजन या मोटापा लगभग 12 तरह के कैंसर का जोखिम बढ़ाता है। इनमें गर्भाशय (uterine), किडनी, लिवर और कोलोरेक्टल कैंसर जैसे कई घातक कैंसर शामिल हैं। हाल ही में 'नेचर कम्युनिकेशंस' जर्नल में छपी एक और स्टडी ने तो यह भी बताया है कि ज्यादा वजन वाली महिलाओं में अक्सर बड़े ट्यूमर और एडवांस स्टेज के ब्रेस्ट कैंसर का पता चलता है जिससे इलाज और भी मुश्किल हो जाता है।
WHO की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) के डॉ. हेंज फ़्रीसलिंग का कहना है कि इन नतीजों का इस्तेमाल ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम्स को और बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है ताकि सही समय पर जोखिम वाले लोगों की पहचान की जा सके। इसका मतलब है कि अगर आपको दिल की कोई बीमारी है और आपका वजन भी बढ़ा हुआ है तो आपको अपनी स्क्रीनिंग नियमित रूप से करानी चाहिए।
लेकिन सिर्फ स्क्रीनिंग ही काफी नहीं है। हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने होंगे। वजन कम करना सिर्फ अच्छा दिखने के लिए नहीं बल्कि लंबी और स्वस्थ जिंदगी जीने के लिए बेहद जरूरी है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ वजन बनाए रखना ये सभी कैंसर और दिल की बीमारी दोनों से बचने के लिए ब्रह्मास्त्र हैं।
Published on:
09 Jul 2025 11:12 am
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