
Deaths in India 2025 (PHOTO- FREEPIK)
Deaths in India 2025: आज की इस भागदौड़ वाली जिंदगी में खराब लाइफस्टाइल से कई बीमारियां बढ़ी हैं। साथ ही इनसे होने वाली मौतों में भी काफी इजाफा हुआ है। भारत में आज भी दिल की बीमारियां (cardiovascular disease) सबसे बड़ी जानलेवा वजह बनी हुई हैं। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे (Registrar General of India) की ताजा रिपोर्ट के (2021-2023) मुताबिक देश में कुल मौतों में से लगभग 31% मौतें दिल की बीमारियों से हो रही हैं।
रिपोर्ट की मानें तो भारत में अब नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (NCDs) यानी ऐसी बीमारियां जो एक इंसान से दूसरे में नहीं फैलतीं, सबसे ज्यादा मौत का कारण हैं। इनमें हार्ट डिजीज, कैंसर, डायबिटीज और क्रॉनिक लंग डिजीज शामिल हैं। कुल मिलाकर देश में होने वाली 56.7% मौतें NCDs से हो रही हैं।
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया कि इंजरीज (हादसे और आत्महत्या सहित) कुल मौतों का 9.4% हैं, जबकि 10.5% मौतों की वजह ठीक से पहचानी नहीं जा सकी (ill-defined causes)।
रिपोर्ट बताती है कि 15-29 साल की उम्र में सबसे ज़्यादा मौतें आत्महत्या (suicide/intentional injuries) से हो रही हैं। 30 साल से ऊपर की उम्र वालों में दिल की बीमारियां मौत की सबसे बड़ी वजह हैं। बुजुर्ग (70+ साल) में कई मौतें ऐसी वजहों से दर्ज हुईं जिन्हें साफ-साफ पहचाना नहीं जा सका।
रिपोर्ट मानती है कि कुछ मामलों में मौत के कारण की गलत कैटेगरी हो सकती है, लेकिन फिर भी ये डेटा बहुत अहम है। इससे साफ पता चलता है कि भारत में अब communicable diseases (जो छूत की होती हैं) से ज्यादा खतरा लाइफस्टाइल और हेल्थ से जुड़ी बीमारियों से है।
Published on:
05 Sept 2025 12:40 pm
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