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स्वास्थ्य मंत्री जी… जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 25 पद खाली

जिला और मातृ शिशु अस्पताल इन दिनों चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। पर्याप्त चिकित्सकों की भर्ती नहीं हो पाई है। जिससे छोटे - छोटे केस भी रेफर करने पड़ रहे हैं।

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जिला और मातृ शिशु अस्पताल इन दिनों चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। पर्याप्त चिकित्सकों की भर्ती नहीं हो पाई है। जिससे छोटे - छोटे केस भी रेफर करने पड़ रहे हैं।

बालोद जिले में सर्वसुविधायुक्त जिला और मातृ शिशु अस्पताल इन दिनों चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। पर्याप्त चिकित्सकों की भर्ती नहीं हो पाई है। जिससे छोटे - छोटे केस भी रेफर करने पड़ रहे हैं। जिला अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक जिला अस्पताल में विशेषज्ञ व मेडिकल ऑफिसर चिकित्सकों के कुल 53 पद स्वीकृत हैं। वर्तमान 28 डॉक्टर ही कार्यरत है। वहीं 25 डॉक्टर के पद अभी भी रिक्त हैं। निश्चेतना रोग विशेषज्ञ की निजी अस्पताल से सेवा ली जा रही है।

सीटी स्कैन का करेंगे उद्घाटन, मंत्री से कई उम्मीदें भी

गुरुवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन का उद्घाटन करने आएंगे। ऐसे में चिकित्सकों की नियुक्ति की उम्मीद है।

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इन डॉक्टरों के पद हैं रिक्त

जिला अस्पताल बालोद में स्त्री रोग विशेषज्ञ के एक पद ,नेत्र रोग, निश्चेतना रोग, मनोरोग, पैथो लॉजिस्ट, नाक, कान, गला रोग, एवं पैथालॉजिस्ट रोग के पद रिक्त है। मातृ शिशु अस्पताल में निश्चेतना रोग, स्त्री रोग, शिशु रोग, स्त्री रोग पीजीएमओ, चिकित्सा अधिकारी के पद रिक्त है।

जिला अस्पताल में चिकित्सकों की यह स्थिति

पद - स्वीकृत - कार्यरत - रिक्त
विशेषज्ञ चिकित्सक - 23 - 8 - 15
चिकित्सा अधिकारी - 30 - 20 - 10
स्टॉफ नर्स - 65 - 42 - 23
पैरा मेडिकल स्टॉफ - 34 - 13 - 21
चतुर्थ वर्ग - 45 - 20 - 25

रिक्त पदों पर नहीं हो सकी भर्ती

पूर्व शासन काल में चिकित्सकों के रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो सकी। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार से उम्मीदें बढ़ गई हैं। सरकार के दो साल कार्यकाल के बाद भी जिला व मातृ शिशु अस्पताल की स्थिति नही सुधरी।

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वर्तमान में प्रसव के केस ज्यादा हो रहे रेफर

जिला अस्पताल की बात करें तो निश्चेतना रोग विशेषज्ञ के पद दो वर्षों से रिक्त हैं। रिक्त पद होने से निजी चिकित्सक से सेवा ली जा रही थी। अब वह भी बंद है। निश्चेतना रोग विशेषज्ञ की भर्ती हो जाए तो जिला अस्पताल में ही सीजर व सामान्य प्रसव अधिक होंगे। प्रसव के केस को रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

रिक्त पदों की जानकारी भेजी जा चुकी

जिला अस्पताल बालोद के सिविल सर्जन डॉ. आरके श्रीमाली ने कहा कि जिला अस्पताल व मातृ शिशु अस्पताल में चिकित्सकों की कमी व रिक्त पदों की जानकारी कलेक्टर सहित राज्य शासन को समय - समय पर भेजी जाती है। शासन से चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती की जा रही है हाल ही में नेत्र रोग विशेषज्ञ की भर्ती हुई है।

आज बालोद जिले को मिलेगी सीटी स्कैन की सुविधा

जिला अस्पताल में गुरुवार से मरीजों को सीटी स्कैन की सौगात मिल जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल इसका लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण के बाद मरीजों का सीटी स्कैन भी किया जाएगा। इसे जिलेवासियों के लिए बड़ी सौगात भी माना जा रहा है।

सीटी स्कैन की सुविधा नहीं होने से मरीज निजी सेंटरों में जा रहे

जिले के शासकीय अस्पतालों में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं होने के कारण मरीज निजी सेंटरों व अन्य पड़ोसी जिले में जा रहे हैं। अब जल्द ही सुविधाएं मिलने के बाद राहत मिलेगी। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा को लेकर जिला बनने के बाद से लगातार मांग चल रही थी। कोरोना काल में लगभग हर गंभीर मरीजों को सीटी स्कैन कराने की जरूरत पड़ गई थी। यहां सुविधा नहीं होने के कारण गंभीर केस को रेफर कर देते थे।

शरीर के अंदरूनी हिस्सों की बीमारी की मिलेगी जानकारी

किसी बड़ी बीमारी को ट्रीट करते समय डॉक्टर्स को दिक्कत आती है तो वे सीटी स्कैन का सहारा लेते हैं। इसके माध्यम से शरीर के अंदरूनी हिस्सों तक की बीमारियों की जानकारी मिल जाती है। अब यह सुविधा मिलने से मरीजों को राहत मिलेगी।