
Omega-3 and Omega-6 fatty acids
Omega-3 and Omega-6fatty acids : हाल ही में हुए एक बड़े अध्ययन में पाया गया है कि ओमेगा-3 (Omega-3 ) और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स (Omega-3 and Omega-6fatty acids) का अधिक सेवन विभिन्न प्रकार के कैंसर से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। इस अध्ययन में 2.5 लाख से अधिक लोगों को शामिल किया गया और इसके परिणाम से यह संकेत मिलता है कि इन आवश्यक फैटी एसिड्स का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है।
ओमेगा-3 (Omega-3fatty acids ) और ओमेगा-6 (Omega-6fatty acids) को "स्वस्थ फैट्स" के रूप में जाना जाता है। ये फैटी एसिड्स कोशिकाओं के लिए आवश्यक होते हैं और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। ये न केवल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं।
अध्ययन के अनुसार, ओमेगा-3 (Omega-3fatty acids) के उच्च स्तर से पेट, फेफड़ों और आंत के कैंसर से बचाव होता है। वहीं, ओमेगा-6 (Omega-6fatty acids) फैटी एसिड्स मस्तिष्क कैंसर, मेलानोमा, मूत्राशय और अन्य 14 प्रकार के कैंसर से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। यह निष्कर्ष हाल ही में "इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर" में प्रकाशित किया गया है।
विश्व स्तर पर कैंसर के बढ़ते मामलों के बीच, इस अध्ययन के प्रमुख लेखक युचेन झांग का कहना है कि यह शोध लोगों को अपने आहार में इन फैटी एसिड्स को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह देता है। झांग, जो जॉर्जिया विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ पब्लिक हेल्थ में डॉक्टरेट छात्र हैं, बताते हैं कि इन एसिड्स के सेवन से कैंसर का जोखिम कम हो सकता है।
Omega-3 and Omega-6fatty acids : ओमेगा-3 (Omega-3fatty acids) और ओमेगा-6 (Omega-6) फैटी एसिड्स मछली, नट्स और कुछ पौधों के तेलों में पाए जाते हैं। हालाँकि, आहार से इनका पूरा मात्रा में सेवन नहीं हो पाता, इसलिए लोग अक्सर मछली के तेल के सप्लीमेंट का सहारा लेते हैं।
अध्ययन में यह भी पाया गया कि पुरुषों में ओमेगा-3 (Omega-3fatty acids) का उच्च स्तर प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को थोड़ा बढ़ा सकता है। हालांकि, महिलाओं में ऐसा कोई संबंध नहीं देखा गया, बल्कि महिलाओं और युवाओं में ओमेगा-6 का अधिक लाभकारी प्रभाव देखने को मिला।
यह अध्ययन दर्शाता है कि ओमेगा-3 (Omega-3 ) और ओमेगा-6 (Omega-6) जैसे फैटी एसिड्स का संतुलित और नियमित सेवन कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है, और इसे अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
Updated on:
05 Nov 2024 06:10 pm
Published on:
05 Nov 2024 06:09 pm
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