
Winter Foods For Diabetes
Winter Foods For Diabetes: सर्दी के मौसम में सभी लोग चाहते हैं की वो कंबल में बैठे रहें। लेकिन यह मौसम आपके स्वास्थ्य के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि आप इस मौसम में स्वास्थ्य का सही से ध्यान रखते हैं तो और खानपान सही रखते हैं तो इससे आपके शरीर को कई फायदे मिलते हैं। ऐसे में यदि आप शुगर के मरीज है तो यह मौसम आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। इस मौसम में कई फूड्स ऐसे है जो आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल रखते हैं। आइए जानते हैं कौनसे है वो फूड्स जो सर्दी में रखते हैं शुगर कंट्रोल।
गाजर एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरपूर होती है। ऐसे मे सर्दी में इसका सेवन फायदेमंद होता है। यदि डायबिटीज मरीज इसका सेवन करते हैं तो यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ने नहीं देती है। ऐसे में आप इसका सेवन किसी भी रूप में कर सकते हैं।
हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन सर्दियों में करना काफी फायदेमंद होता है। यह काफी पौष्टिक गुणों से भरपूर होती है। इसमें फाइबर और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में जो शुगर के मरीज है उनके लिए इनका सेवन काफी फायदेमंद होता है। यदि डायबिटीज मरीज इनका सेवन करते हैं तो शुगर कंट्रोल रहता है।
सर्दियों में शुगर के मरीजों के लिए बादाम खाना काफी फायदेमंद होता है। बादाम में हेल्दी फैट और फाइबर अच्छी मात्रा में होता है। ऐसे में यदि आप सर्दियों में इसका सेवन करते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर कंट्रोल तो रहेगा ही साथ ही आप में एनर्जी भी भरी रहेगी।
मेथी दाना सर्दियों में अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है। सुबह खाली पेट मेथी दाने का पानी पीने से ग्लूकोज का अवशोषण धीमा हो जाता है, जिससे शुगर स्तर संतुलित बना रहता है।
दालचीनी का सेवन काफी सदियों से किया जा रहा है। यह एक प्राकृतिक मसाला है। यदि डायबिटीज के मरीज इसका सेवन करते हैं तो यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाकर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। दालचीनी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर होती है।
जौ में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। जिससे शुगर धीरे धीरे रिलीज होता है। इसका सेवन सर्दियों में शरीर को गर्म रखता है साथ ही ब्लड शुगर को भी स्थिर रखता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
03 Jan 2025 12:24 pm
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