
Heart attack prevention tips|फोटो सोर्स – Freepik
World Heart Day 2025: हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को अपने दिल की सेहत का ध्यान रखने के लिए जागरूक करना है। वहीं आजकल मॉडर्न लाइफस्टाइल में दिल की बीमारियों से कई लोग प्रभावित हो रहे हैं।
इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक बड़ी वजह सही जानकारी का अभाव है। लोग अक्सर ये सोचते हैं कि सिर्फ सीने में दर्द ही दिल की बीमारी का संकेत है, जबकि सच ये है कि दिल की बीमारियों के कई ऐसे लक्षण होते हैं जो सामान्य लगते हैं, और इसी वजह से उन्हें अनदेखा कर दिया जाता है। यहां हम आपको बताएंगे कि वे छोटी-छोटी अनदेखी गलतियां और संकेत कौन से हैं, जिन्हें जानना और समय पर समझना बेहद जरूरी है।
"Don't Miss a Beat" यह थीम हमें दिल की सेहत को नजरअंदाज न करने का संदेश देती है। यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि लोगों में जागरूकता फैलाने की एक पहल है, जो हमें अपनी धड़कनों को समझने और उनका ध्यान रखने के लिए प्रेरित करती है ताकि हमारा दिल हमेशा सही तरीके से धड़कता रहे।
थका हुआ महसूस करना
हमेशा थका हुआ महसूस करना, भले ही आपने ज्यादा मेहनत न की हो, भी हार्ट प्रॉब्लम का संकेत हो सकता है। जब दिल सही तरीके से खून पंप नहीं करता, तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और लगातार थकान बनी रहती है।
सांस फूलने लगे
अगर आपको अचानक या बिना वजह सांस फूलने लगे, लेटने पर बेचैनी महसूस हो या नींद के दौरान हांफकर उठना पड़े, तो इसे सिर्फ फिटनेस की कमी या थकान मत समझिए। ये संकेत हो सकते हैं कि दिल की पंपिंग क्षमता कम हो रही है और फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो रहा है।
पैरों, टखनों या पेट में सूजन
अक्सर लोग पैरों या टखनों में सूजन को मामूली मान लेते हैं, लेकिन यह दिल के फेलियर का शुरुआती संकेत हो सकता है। दिल से खून सही से पंप न होने पर ऊतकों में फ्लूड जमा होने लगता है, जिससे सूजन और भारीपन बढ़ता है।
अपच, मतली या पेट दर्द
पेट में जलन, अपच या मतली को ज्यादातर लोग गैस या एसिडिटी मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि यह दिल में ब्लड फ्लो कम होने की वजह से भी हो सकता है। अगर यह समस्या बार-बार हो रही है तो डॉक्टर से जरूर जांच करवाएं।
सीने में असहजता
दिल की बीमारी का सबसे आम लक्षण सीने में कसाव या भारीपन है। यह दर्द हमेशा तेज नहीं होता, बल्कि कभी-कभी हल्का दबाव भी महसूस हो सकता है, जो कंधे, पीठ या बाहों तक फैल सकता है। इसे सिर्फ एसिडिटी या गैस समझना बहुत बड़ी गलती हो सकती है।
ओमेगा-3 से भरपूर मछली
हृदय की धड़कन को नियमित रखने में मदद करती है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है।
अखरोट और बादाम
इनमें हेल्दी फैट्स और फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने में मदद करता है।
ओट्स और होल ग्रेन्स
इनमें मौजूद फाइबर दिल की धमनियों को साफ रखने में सहायक होता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी और सरसों जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां इसमें विटामिन K और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं, जो धमनियों को मजबूत बनाती हैं।
बेरियां
इनमें एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं।
Updated on:
29 Sept 2025 10:37 am
Published on:
29 Sept 2025 09:42 am
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