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10 साल का मासूम तीन महीने में चला 2800 किमी पैदल, ये है चौंकाने वाली वजह

कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है। इस महामारी को रोकने के लिए सभी देशों में लॉकडाउन लगाया गया था। इस दौरान ट्रेन, प्लेन सहित पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद हो गए थे। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। बहुत से लोग अपने घर और परिजनों से दूर फंस गए थे उनको कई किलोमीटर पैदल ही तय करना पड़ा।

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boy walks

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कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है। इस महामारी को रोकने के लिए सभी देशों में लॉकडाउन लगाया गया था। इस दौरान ट्रेन, प्लेन सहित पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद हो गए थे। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। बहुत से लोग अपने घर और परिजनों से दूर फंस गए थे उनको कई किलोमीटर पैदल ही तय करना पड़ा। लॉकडाउन के दौरान एक 10 वर्षीय रोमियो कॉक्स अपनी दादी से मिलने के लिए पैदल ही चल पड़ा। इस मासूम ने 2 हजार 8 सौ किलोमीटर का पैदल ही सफर तक किया। इन दिनों इस बच्चे की कहानी सोशल मीडिया पर खूब पसंद की जा रही है।

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तीन महीने बाद पहुंचे लंदन
रोमियो कॉक्स ने 20 जून से अपना सफर शुरू किया था। वह पिता के साथ सिसली के पलेर्मों इटली से लंदन की दूरी तय की थी। अपनी यात्रा के दौरान अपने पिता के साथ इटली, स्विट्जरलैंड, फ्रांस और ब्रिटेन से होते हुए गुजरे। तीन महीने चलने के बाद दोनों 21 सितंबर को यूके पहुंचे। फिलहाल दोनों आइसोलेशन में हैं, इसके बाद रोमियो की मुलाकात अपनी दादी से होगी। पिता और बेटे ने अपनी यात्रा के दौरान ‘रेफ्युजी एडुकेशन एक्रोस कंफ्लिक्ट्स’ की मदद के लिए 11.4 लाख रुपए (12 हजार पाउंड) की राशि भी जुटाई है। अपनी यात्रा के बारे में करते हुए रोमियो के पिता ने कहा कि यह सफर दोनों के लिए बेहद खास रहा है। इस लम्हा वो दोनों अपने जीवन में कभी नहीं भूलेंगे।

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प्रकार की परेशानियों का हुआ सामना
तीन महीने के इस सफर के बारे में रोमियो ने कहा कहा कि यात्रा के दौरान हम रास्त भट गए थे। एक बार गलती से मधुक्ख्यिों के छत्ते के नीचे सो गए थे। जिसके कारण उनके पैरों की हालत खराब हो गई थी। इस सफर में हमको बहुत प्रकार परेशानियों का सामना करना पड़ा। लेकिन हमने हार नहीं मानी। करीब एक साल बाद हमारी और दादी मुलाकात होने वाली थी। वह लॉकडाउन में अकेले रहने को मजबूर थी। इस सफर के दौरान बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस कर रहा था। यह यात्रा हमारे लिए हमेशा यादगार रहेगी।