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वैज्ञानिकों ने बनाया कमाल का Device, देगा कोशिका के अंदर की पूरी जानकारी!

बाथ यूनिवर्सिटी के बायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री (Department of Biology and Biochemistry at the University of Bath) के वैज्ञानिकों ने एक खास उपकरण (Tracking device) बनाने में सफलता पाई है जो कोशिका (Cell) के अंदर ही रहकर उसकी गतिविधि की जानकारी देगा।

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Vivhav Shukla

Jun 01, 2020

Nanodevices Track Cells From the Inside, Show How They Develop With Time

Nanodevices Track Cells From the Inside, Show How They Develop With Time

नई दिल्ली। Science की क्लास में अक्सर हमसे सवाल किया जाता जाता था कि हमारा शरीर आखिर किससे बना है? जिसके जवाब में हम बताते थे कि मानव शरीर असंख्य छोटी-छोटी इकाईयों से मिलकर बना होता है, जिन्हें कोशिका(Cell) कहा जाता है। कोशिकाएं हमारे शरीर की मूल इकाई होती हैं। प्रत्येक मानव मूल रूप से 10 खरब (ट्रिलियन/Trillion) कोशिकाओं की एक अनूठी संरचना है।

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लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इन कोशिकाओं के अंदर क्या होता है? दरअसल, वैज्ञानिकों ने इसके लिए एक खास उपकरण (Tracking device) बनाने में सफलता पाई है जो कोशिका (Cell) के अंदर ही रहकर उसकी गतिविधि की जानकारी दे सकता है।

इस ट्रैकिंग उपकरण (Tracking Device) बनाया है जिसे कोशिका (Cell) के अंदर डाला जा सकता है। जिसकी मदद से से वैज्ञानिक एक कोशिका की शुरू से ही विकास प्रक्रिया का सीधे तौर पर अवलोकन कर पाएंगे। बाथ यूनिवर्सिटी के बायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री विभाग के वैज्ञानिकों ने यह उपकरण एक स्तनपायी जीव की कोशिका (Mammalian Cell) के अंदर जोड़ने में सफलता पाई है। जिसकी मदद से कोशिका के अंदर की यात्रा संभव हो गई है।

यह नैनोउपकरण एक मकड़ी की तरह है। उसके आठ लचीले पैर हैं। ये पैर कोशिका के अंदर होने वाले खिंचाव और दबाव के बलों (Forces) को बहुत सटीक माप सकते हैं। यह उपकरण कोशिका के साइटोप्लाज्म की गतिविधियों को पकड़ लेता है। ये एक तरह का नौनोडिवाइस है। जिसे वैज्ञानिकों ने एक भ्रूण कोशिका से जोड़ा है। इसकी मदद से कोशिकाओं के आम बर्ताव को समझा जा सकता है।

बाथ यूनिवर्सिटी के बायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री विभाग के Professor Tony Perry ने बताया कि ये उपकरण कोशिका के अंदर के पदार्थ का बर्ताव जीन की अभिव्यक्ति के तौर पर कोशिका के बर्ताव में अहम भूमिका निभाता है। इसकी मदद से कोशिकाओं और उनके अणुओं के बारे में कई परिघटनाओं के बारे में तो पता चल जाता है, लेकिन इसमें फिजिक्स छूट रही थी।

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उन्होंने बताया कि इस Device के जरिए अब यह भी पता चल सकेगा कि कोशिकाओं में कौन से बल कैसे काम करते हैं । जिसकी मदद से कई बीमारी का बहुत ही आसानी से इलाज किया जा सकेगा।