Corona in MP: मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें इंदौर और दमोह और भोपाल के मामले शामिल हैं। बढ़ते कोरोना मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता जरूर बढ़ा दी है, लेकिन राहत की बात ये है कि ज्यादातर मरीजों में JN.1. सबवेरिएंट के हल्के लक्षण देखने को मिले हैँ। कई मरीज अस्पतालों में इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर भी पहुंचे हैं
एक दिन पहले ही इंदौर में 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जबलपुर में पहला कोरोना केस मिला। गुरुवार को इंदौर में भर्ती रतलाम की कोरोना संक्रमित 52 वर्षीय महिला की मौत हो गई। महिला 8 जून को टीबी के इलाज के लिए भर्ती हुई थी, जिसे बाद में एमआरटीबी शिफ्ट किया गया। सीएमएचओ डॉ संध्या बेलसरे के अनुसार, महिला को पहले से गंभीर बीमारियां थीं। टीबी, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित थी, जिससे उनकी हालत और जटिल हो गई थी।
6 दिन पहले खरगोन से इंदौर रेफर 44 वर्षीय महिला की कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मौत हो गई थी। इससे पहले कोरोना संक्रमित 74 वर्षीय महिला की अरबिंदो अस्पताल में मौत हुई थी। दोनों को गंभीर समस्याएं थीं।
इसकी पुष्टि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड-19 डैशबोर्ड पर की गई है, जिसमें बताया गया कि प्रदेश में कोरोना से एक और महिला की जान गई है। मृतक 52 वर्षीय महिला थीं, जिन्हें ब्रोंकियल अस्थमा था। उन्हें 25 साल पहले टीबी हो चुकी थी और वे मधुमेह (HbA1C 7.4%) से भी पीड़ित थीं।
एमपी में 11 जून को कुल 21 कस दर्ज किए गए। जो इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। इसके साथ ही 2025 में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या एमपी में 123 हो गई है। इनमें 86 केस एक्टिव हैं और 34 मरीज रिकवर होकर घर जा चुके हैं।
राजधानी भोपाल में कोरोना के अब तक 13 मरीज सामने आए हैं। सरकारी अस्पतालों में RT-PCR जांच के लिए किट तक उपलब्ध नहीं है यहां मरीज निजी लैबों के भरोसे हैं। बता दें कि बीते दिन गुरुवार 12 जून को भोपाल के नए सीएमएचओ डॉ. मनीश शर्मा ने जेपी अस्पताल का दौरा किया। औचक निरीक्षण में सामने आया कि वहां पीएस प्लांट ही ठीक नहीं है। इसके बाद जल्द ही प्लांट को ठीक करने के निर्देश भी दिए।
अकेले इंदौर में अब तक 88 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 76 इंदौर के शेष सभी बाहर के नागरिक हैं। इन सभी की हिस्ट्री चेक की जा रही है।
11 जून को भी 12 नए कोरोना मरीज सामने आए। इनमें सभी इंदौर के ही रहवासी हैं। इनकी ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। एक्टिव केस 51 से ज्यादा हैं।
JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे पिरोला भी कहा जाता है। अगस्त 2023 में इस वेरिएंट का पहला मामला सामने आया था। इसमें भी करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं।
-सिरदर्द
-बुखार
-सूखी खासी
-आंखों में जलन
-स्वाद न आना
-गंध न आना
जबकि देश की बात करें तो जनवरी 2025 से अब तक करीब 77 मौतों की पुष्टि हुई है। इनमें एमपी की 3 मौतों को शामिल किया गया है।
Updated on:
13 Jun 2025 03:53 pm
Published on:
13 Jun 2025 02:15 pm