
फरवरी 2023 तक इंदौर में दौडऩे लगेगी मेट्रो ट्रेन, यहां बनेंगे स्टेशन
इंदौर. फरवरी 2023 में शहर में एयरपोर्ट से एयरपोर्ट के बीच रिंग ट्रैक पर मेट्रो रेल दौडऩे लगेगी। 31.4 किमी के इस रिंग रूट को बनाने के लिए राशि का इंतजाम भी हो गया है। प्रशासन, नगर निगम व आइडीए समन्वयय बना कर साइट उपलब्ध करा दे तो प्रोजेक्ट का मध्य हिस्सा भी तेजी आकार लेने लगेगा। इस ट्रैक का कोठारी मार्केट से एयरपोर्ट तक का हिस्सा अंडरग्राउंड रहेगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ग्रेबियल टिडोने ने शुक्रवार को इंदौर में कलेक्टर लोकेश जाटव की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह भरोसा दिया। प्रोजेक्ट इंजीनियर एसके प्रसाद ने पूरे टै्रक के लिए जरूरी जमीनों की सूची और सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में पूरे रूट प्लान को देखकर दिक्कतों को चिह्नित किया गया। कलेक्टर जाटव ने अधिकारियों को पूरे मार्ग का सीमांकन कर अधिग्रहण प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। संचालक ग्राम एवं नगर निवेश राहुल जैन ने कहा, मेट्रो रेल से शहर में वाहनों का दबाव कम होगा। बैठक में निगमायुक्त आशीष सिंह, सीइओ आइडीए विवेक श्रोत्रिय, सीइओ स्मार्ट सिटी संदीप सोनी व अन्य अफसर मौजूद रहे।
यह होगा ट्रैक
एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर होते हुए, उज्जैन रोड के भंवरासला चौराहा, एमआर-10, कुमेर्डी, बापट चौराहा, विजय नगर, रेडिसन चौराहा, मुमताज बाग, बंगाली चौराहा, कनाडि़या रोड, पलासिया, रीगल चौराहा, कोठारी मॉर्केट, राजबाड़ा, बड़ा गणपति से रामचंद्र नगर होते हुए एयरपोर्ट तक जाएगी। एयरपोर्ट ने फनल इलाके के कारण यहां अंडरग्राउंड रहेगी।
ऐसा होगा रिंग ट्रैक
1 लाख वर्ग मीटर जमीन लगेगी
31.4 किमी का रिंग ट्रैक एयरपोर्ट से एयरपोर्ट के बीच
कोठारी मार्केट से एयरपोर्ट के बीच रहेगी अंडरग्राउंड
एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर, कोठारी मार्केट तक एलिवेटेड
12 मीटर यानी करीब 40
फीट जमीन के नीचे रहेगा अंडरग्राउंड ट्रैक
12 स्टेशन होंगे, मध्य शहर में अंडरग्राउंड मेट्रो रेल परियोजना में चंद्रगुप्त चौराहा, हीरा नगर, बापट चौराहा, रीगल चौराहा, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर, कालानी नगर और सुपर कॉरिडोर पर स्टेशन बनाए जाएंगे। सुपर कॉरिडोर पर चार स्टेशन बनेंगे। यह परियोजना 5.9 किमी भूमिगत और 25.5 किमी एलिवेटेड रहेगी। गांधी नगर में एलिवेटेड स्टेशन बनाया जाएगा। एक स्टेशन 500 वर्गमीटर में बनेगा। कुमेर्डी व विजय नगर में स्टेशन आइएसबीटी के साथ इंटीग्रेट किए जाएंगे।
सबसे ज्यादा परेशानी मध्य क्षेत्र में
प्रसाद ने बताया, कि इंदौर मेट्रो परियोजना का काम पूरा होने में ढाई से तीन साल का समय लगेगा। परियोजना को मूर्तरूप देने के लिए लगभग एक लाख वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता होगी। पूरे ट्रैक के मैपिंग करके जमीन की जरूरत को बताया है, इसमें सबसे ज्यादा परेशानी मध्य शहर में आ रही हैं। कनाडि़या रोड पर धर्म स्थल हटाने की जरूरत होगी, वहीं बंगाली चौराहे पर फ्लायओवर के कारण दिक्क्त आएगी, जिसका हल निकाल लिया है। अन्य धर्म स्थल भी सर्वसम्मति से हटाए जाएंगे।
Published on:
15 Jun 2019 11:37 am
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