
दो एमआर सडक़ों से सीधे सुपर कॉरिडोर व बायपास से जुड़ेगा राजबाड़ा, ये बनी योजना
इंदौर. शहर के ट्रैफिक को सुगम बनाने और मास्टर प्लान में तय रोड को बनाने में आ रही दिक्कत को दूर करते हुए सरकार ने एमआर सडक़ें नगर निगम से बनाने को कहा है। निगम पहले चरण में एमआर-3, एमआर- 5, आरई-2, और वायपास लिंक रोड का निर्माण करेगा। इसमें एमआर-3 और एमआर-5 बनने से राजबाड़ा सीधे सुपर कॉरिडोर और बायपास से जुड़ जाएगा। निगम ने प्रक्रिया शुरू करते हुए योजना का प्रारूप जारी कर 30 दिन में दावे-आपत्तियां बुलाई हैं।
उधर, सोमवार को संभागायुक्त ने प्रशासन, आईडीए, नगर निगम के अफसरों को इन सडक़ों के साथ अन्य एमआर की भी जिम्मेदारियां का बंटवारा कर दिया है। उक्त सडक़ें 1977 के मास्टर प्लान में शामिल थीं। बाद में 2008 में लागू किए गए मास्टर प्लान में भी इन्हें शामिल किया गया। सडक़ों को बनाने की जिम्मेदारी आईडीए की है, लेकिन इसके लिए उसे योजना घोषित कर जमीन का अधिग्रहण करना होता हैं, जो जटिल प्रक्रिया है। वहीं नगर निगम इसे आसानी से कर सकता हैं। हाल में भोपाल में मुख्यमंत्री के समक्ष नगर निगम के प्रस्ताव पर उन्होंने आवश्यक प्रक्रिया कर रोड बनाने के लिए कहा।
मास्टर प्लान
2021 में तय एमआर-सडक़ों के लिए आईडीए व निगम की जिम्मेदारियां तय कर दी गई। एमआर-3,5,9 निगम व एमआर-4 का शेष हिस्सा, एमआर-12 का प्रारंभिक हिस्सा बायपास से ट्रांसपोर्ट हब तक आईडीए बनाएगा।
ऐसे जुड़ेगा राजबाड़ा
एमआर-3: रीजनल पार्क, चोइथराम चौराहे से बायपास तक 4.7 किमी लंबी, 45 मीटर चौड़ी सडक़ बनेगी। इससे चोइथराम चौराहे पर कलेक्टोरेट, माणिकबाग पैलेस से आ रही सडक़ सीधे जुड़ेगी। राजबाड़ा पहुंचना आसान होगा।
एमआर-5 : इंदौर वायर चौराहा, लक्ष्मीबाई नगर मंडी होते हुए यह सडक़ सुपर कॉरिडोर को बड़ा बागड़दा चौराहे पर जोड़ेगी। यह सडक़ तिलकपथ से शुरू हो कर हातोद रोड को जोड़ती है। इसका यह हिस्सा बनने से मध्य शहर वायर चौराहा, सुभाष मार्ग या वीआईपी मार्ग, पोलो ग्राउंड से होते हुए जुड़ जाएगा। इससे सुपर कॉरिडोर की दूरी 5 से ६ किमी होगी।
कनेक्टिविटी बढऩे से दबाव कम होगा एमआर-12 : आईडीए ने एमआर 12 के लिए योजना क्र. 177 घोषित किया है। इससे बायपास से उज्जैन रोड को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। प्रस्तावित मार्ग के प्रथम चरण में बायपास से योजना क्रमांक 174 (ट्रांसपोर्ट हब) तक निर्माण की कार्रवाई प्रारंभ की जाए।
एमआर-4 : सरवटे, रेलवे स्टेशन को सीधे एमआर-10 से जोड़ेगा। बाणगंगा ओवरब्रिज तक बन चुका है। इसके आगे पश्चिमी रिंग रोड के रूप में इसे आईडीए बनाएगा। इससे सरवटे से एमआर-10 तक एक विकल्प मिलेगा, बीआरटीएस का दबाव कम होगा।
एमआर-9 : पूर्वी क्षेत्र में रिंग रोड से बायपास तक 40 मीटर चौड़ाई में प्रस्तावित एमआर 9 का निर्माण होना है। वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स से रिंग रोड तक एमआर 9 का निर्माण लगभग 90 फीसदी पूरा हो चुका है। न्यू देवास रोड भमोरी से योजना क्रमांक 54 मेकेनिक नगर के समीप लगभग 450 मीटर लंबाई में संजय गांधी नगर में अवैध निर्माण, हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनी का कुछ भाग व निजी भूमि प्रस्तावित है, जिसके अतिक्रमण हटाएं जाएंगे। पीडि़तों का व्यवस्थापन किया जाएगा।
आरई-2 : बायपास एवं रिंग रोड के मध्य एमआर 10 से लेकर खंडवा रोड, नेमावर रोड, एबी रोड तक विकास योजना में पूर्वी रिंग रोड क्रं-2 का निर्माण निगम करेगी।
लिंक सडक़ : एबी रोड से ग्रेंड भगवती बायपास तक।
Published on:
11 Jun 2019 10:48 am
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