
करियर को लेकर हैं परेशान, तो CCM संस्था कर रही है समाधान, अब तक सैकड़ों लोगों को फायदा
इंदौर/ कोरोना काल के दौरान कई तरह की परेशानियों के चलते लोगों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। अगर आंकड़ों पर नज़र डालें तो खासतौर पर युवा पीढ़ी तनाव, अवसाद और चिंता जैसी कई समस्याओं से दो-चार हो रही है। ऐसे में लोगों की समस्याओं को हल करने, उन्हें द्वंद्व से निकालने के लिए आईआईएम इंदौर के डायरेक्टर प्रोफेसर हिमांशू राय ने इनिशिएटिव शुरु किया है, जिसके जरिये लोग परेशानियों से निजात पा रहे हैं।
इस पहल का नाम है सेंटर फॉर कॉन्फ्लिक्ट मेनेजमेंट (सीसीएम) ये एक वेबसाइट है, जिसपर लोग जिंदगी के संघर्षों से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रश्न कर सकते हैं। अगस्त में शुरु हुई वेबसाइट से देशभर के करीब 200 से अधिक शहरों के लोग खासकर युवा अपनी समस्याओं को रखकर निशुल्क समाधान पा रहे हैं।
पत्रिका से बातचीत में प्रोफेसर हिमांशु राय ने बताया कि, अगस्त में आईआईएम इंदौर की फेकल्टी के साथ एक रिसर्च की थी कि, कोविड-19 का मानसिक स्वास्थ पर प्रभाव पड़ा है और लोगों में तनाव, कलेक्टिव एनजाइटी, नींद की समस्या बढ़ी है। उनका ईटिंग पेटर्न भी बदला है। इस रिसर्च के बाद हमें लगा कि, अगर इन लोगों को एक सपोर्ट सिस्टम मुहैय्या कराया जाए, तो उससे इस समस्या का काफी हद तक समाधान किया जा सकता है।
अब तक सुलझाईं 1600 समस्याएं
CCM के जरिये अब तक देश के विभिन्न शहरों की करीब 1600 समस्याओं का समाधान किया जा चुका है। इनमें से करीब 300 समस्याएं ई-मेल के जरिये सुलझाई गई हैं। साथ ही, करीब 1300 समस्याओं को ऑनलाइन सेमिनार के जरिये सुलझाया गया है। प्रोफेसर राय के मुताबिक, हमारे सामने अब तक पांच तरह की समस्याएं सामने आई हैं। इनमें करियर संबंधी, रिलेशन से संबंधित, डर से संबंधित, परिवार से संबंधित, समस्याएं अधिक हैं। इसके अलावा, पांचवीं कैटेगरी उन समस्याओं की है, जो मिली-जुली हैं। ये हिंसा, पारिवारिक तनाव, आर्थिक समस्या से संबंंधित हैं।
नि: शुल्क काम करती है पूरी टीम
सेंटर फॉर कॉन्फिलिक्ट की सबसे बड़ी खूबी ये है कि, इससे जुड़ी एक वॉलेंटियर के रूप में काम करते हैं। ये एक तरह का ऐसा इनिशिएटिव है, जिसे बिना एक पैसा लगाए शुरु किया गया है। न ही इसमें किसी समस्या के समाधान के लिए एक भी पैसा लिया जाता है और न ही इससे जुड़े लोगों को एक भी पैसा दिया जाता है। इसके तहत विभिन्न कैंपस में एम्बेसेडर बनाए गए हैं, जो वहीं के स्टूडेंट हैं।
हर राज्य से जुड़े हैं युवा
सेंटर फॉर कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट के तहत देश के हर राज्य से युवा जुड़े हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा वॉलेंटियर राजस्थान से हैं। राजस्थान में 194 वॉलेंटियर, यूपी में 180, मध्य प्रदेश में 125 वॉलेंटियर काम कर रहे हैं। ये वॉलंटियर सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये लोगों को सीसीएम की जानकारी देते हैं।
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इस तरह पाएं समस्या का समाधान
वेबसाइट पर जाकर शेयर योर कॉन्फ्लिक्ट पर क्लिक करना है। एक पेज खुल जाएगा, जिसमें अपनी जानकारी के साथ अपने कॉन्फ्लिक्ट को लिखना है। समस्या किसी भी भाषा में लिखी जा सकती है। क्योंकि, वोबसाइट पर आप भाषा का चयन कर 23 भाषाओं में अपनी समस्या लिख सकते हैं। एक्सपर्ट आपकी समस्या का निराकरण आपकी ई-मेल आईडी पर देते हैं।
क्या कहते हैं CCM के एक्सपर्ट्स?
1-आईआईएम इंदौर के डायरेक्टर हिमांशु राय ने बताया कि, सीसीएम शुरु करने का मकसद लोगों को उनके द्वंद्व से निकालकर जीवन के प्रति उनमें आस भरना है। वेबसाइट के जरिये समस्याएं हमारे पास आती हैं। हमारे पास मौजूद एक्सपर्ट्स उन समस्याओं का जवाब देते हैं। पहले ये जवाब मेरे पास आते हैं, मैं उन जवाबों को देखकर उन्हें अप्रूव करता हूं, फिर उन्हें परामर्श के लिए सवालकर्ता को पहुंचाया जाता है।
2-डीएवीवी इंदौर की स्टूडेंट रुचि लौंधे ने बताया कि, इस इनिशिएटिव से जुड़कर मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है। सीसीएम में काम कर मुझे समाज के प्रति कुछ कर पाने की संतुष्टि मिल रही है। इसमें काम करना मेरे लिए गर्व की बात है।
Published on:
25 Nov 2020 07:50 pm
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