पोलो फार्मा करती है ये काम
पोला फार्मा आमतौर पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चर, सेल व डिस्ट्रिब्यूशन समेत जापान में जेनेरिक उत्पादों की ब्रैंडिंग व बेचने का काम करती है। इसके बारे में सन फार्मा ने अपने तरफ से जारी बयान में जानकारी दी है। कंपनी ने कहा कि इसके पास आरएंडडी क्षमता है कि वो नर्इ तकनीक व फार्म्युलेशंस पर काम कर सके।
सन फार्मा ने क्या कहा
सन फार्मा की एग्जीक्युटीव वाइस प्रेसीडेंट किर्ती गानोर्कर ने कहा, “हम वैश्विक स्तर पर डर्मेटोलाॅजी सग्मेंट में आैर मजबूती से पकड़ बनाना चाहते हैं आैर इसलिए हमने पोला फार्मा को अधिग्रहण करने का फैसला लिया है। यह कंपनी मौजूदा समय में इस सेग्मेंट अग्रणी कंपनी है। एेसे में हमें खासतौर पर जेनेरिक डर्मेटोलाॅजी प्रोडक्ट्स को लाॅन्च करने में मदद मिलेगी। साथ ही जापानी मार्केट पर भी हमारी पकड़ मजबूत होगी।”
31 जनवरी 2019 तक पूरा होगा लेनदेन
गौरतलब है कि पोला फार्मा का सालाना राजस्व 1.8 करोड़ डाॅलर है। दिसंबर 2017 तक बीते 12 माह में समेकित आधार पर कंपनी को 70 लाख डाॅलर का घाटा हुआ था। सन फार्मा ने कहा, “इक्विटी, नकदी रहित आधार व 100 फीसदी स्टेक समेत कंपनी की कुल मूल्य 10 लाख डाॅलर है।” उम्म्दी है कि 31 जनवरी 2019 तक ट्रांजैक्शन को पूरा कर लिया जाएगा।
8.48 अरब डाॅलर का जापानी फार्मा बाजार
बता दें कि सन फार्मा ने जापानी बाजार में साल 2016 में कदम रखा था। इसके लिए कंपनी ने नोवार्टिस के 14 प्रिस्क्रिप्शन ब्रांड्स का अधिग्रहण किया था। मौजूदा समय में जापानी फार्मा बाजार का कुल साइज 8.48 अरब डाॅलर का है। वैश्विक फार्मा के अाधार पर देखें तो यह 7.5 फीसदी है। पूरी दुनिया का फार्मा बाजार करीब 1.13 खरब डाॅलर का है।