तीन प्रयासों के बाद निकाला
शल्य चिकित्सक डॉ. वीपी चंद्रपुरिया के मार्गदर्शन में डॉ. शोभा जावरे, डॉ. संजय वर्मा ने अमाशय में फंसे कांच के गोले को निकालने के लिए एण्डोस्कोपी पद्धति का उपयोग किया। एक कंचा बाहर आ गया, लेकिन दूसरा बाहर नहीं आ पा रहा था। चिकित्सकों ने श्वान को बेहोश कर गेस्ट्रोस्कोप को मुंह के द्वारा आमाशय तक पहुंचाया। आंवले के आकार का बड़ा कंचा अंदरुनी परत पर चिपका था। उसे गेस्ट्रोस्कोप की बास्केट के द्वारा तीन प्रयासों के बाद निकाला गया
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प्रदेश में पहली बार ऑपरेशन
गेस्ट्रोस्कोप द्वारा विभाग में श्वानों के आमाशय से पॉलीथीन एवं बैंडेज रोल भी निकाले गए हैं, किंतु गोलाकार कांच निकालने का सफल गेस्ट्रोस्कोप ऑपरेशन प्रदेश में पहली बार हुआ है। वेटरनरी विवि के कुलपति डॉ. पीडी जुयाल ने कहा कि टीम को बधाई देते हुए आगे भी पशु हित में नई तकनीक अपनाने प्रेरित किया गया है।