CG Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने मोस्ट वांटेड नक्सलियों की जो लिस्ट तैयार की है उस पर अब इंटर स्टेट काम भी शुरू हो गया है। लंबे अरसे के बाद तेलंगाना में टॉप नक्सल लीडर को निशाने पर लिया गया। बुधवार को आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में ग्रेहाउंड्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
इस मुठभेड़ में नक्सलियों की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के मेंबर और आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोन के सेक्रेटरी गजराला रवि उर्फ उदय ढेर किया गया है। उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 25 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। इसके साथ ही इसी साल जनवरी में गरियाबंद में मारे गए सेंट्रल कमेटी मेंबर चलपति की पत्नी अरुणा भी इस मुठभेड़ में ढेर हुई है। अरुणा आंध्र-ओडिशा स्पेशल जोन कमेटी में मेंबर थी। साथ ही सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का भी वह हिस्सा थी। उस पर भी छत्तीसगढ़ में 25 लाख का इनाम था।
मुठभेड़ स्थल से एक और महिला नक्सली का शव मिला है जिसे स्पेशल जोन एसीएम अंजू के रूप में पहचाना गया है। मुठभेड़ वाली जगह से तीन एके 47 मिली हैं। छत्तीसगढ़ की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल नक्सली लगातार यहां मारे जा रहे थे। अब लंबे वक्त के बाद तेलंगाना पुलिस नक्सल ऑपरेशन में फ्रंट पर नजर आई है और उसे बड़ी सफलता मिली है।
ग्रेहाउंड्स के जवानों और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ देवपट्टनम के जंगल में हुई। यह इलाका आंध्र और ओडिशा के बॉर्डर पर है। पुलिस जंगल में तलाशी अभियान चला रही थी। तभी उन्हें कुछ नक्सली दिखे। फोर्स ने नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और तीन नक्सली मारे गए। मुठभेड़ कोंडामोडलु के पास हुई। ये जगह रामपचोड़वरम और मारेदुमिल्ली मंडलों के बीच है।
चलपति की पत्नी आंध्र में लंबे वक्त से सक्रिय थी। उस पर आरोप था कि 2018 में अरकू के विधायक किदारी सरवेश्वर राव और पूर्व विधायक सिवेरी सोमा की हत्या में वह शामिल थी। विशाखापट्टनम जिले में टीटीपी के इन दोनों नेताओं को गोली मार दी गई थी। अरुणा विशाखाट्टत्तनम जिले के पेंडुरथी मंडल के करकवानीपालेम की रहने वाली थी। इस एक मुठभेड़ में 50 लाख से ज्यादा के नक्सली मारे गए हैं।
नक्सलियों ने मंगलवार शाम बीजापुर जिले के पेद्दाकोरमा गांव से 12 ग्रामीणों को अगवा कर लिया था। इन सभी ग्रामीणों को नक्सलियों ने पूछताछ के बाद ही मंगलवार देर रात जंगल में छोड़ दिया। जिन ग्रामीणों को नक्सली अपने साथ ले गए थे उनमें से सात के साथ मारपीट की बात भी सामने आई है। मालूम हो कि इसी गांव के तीन ग्रामीणों की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। हत्या के बाद ही 12 ग्रामीणों को वे अपने साथ ले गए थे।
Updated on:
19 Jun 2025 08:22 am
Published on:
19 Jun 2025 08:21 am