
Alzheimer's treatment: जयपुर/लखनऊ. जिस पान को हम शादी-ब्याह और मुंह मीठा करने के लिए चबाते हैं, उसी के पत्ते ने अब दुनिया को चौंकाने वाली उम्मीद दी है। लखनऊ विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पान के पत्ते में पाया जाने वाला एक खास तत्व हाइड्रॉक्सीचाविकोल को अल्जाइमर की संभावित दवा के रूप में चिह्नित किया है। यह खोज भारत की परम्परागत ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का अद्भुत संगम है। भारत फिर एक बार दुनिया को बता रहा है हमारी जड़ें ही हमारी ताकत हैं। पान का पत्ता अब सिर्फ मुंह का स्वाद नहीं, दिमाग का इलाज बनेगा।
डॉ. नितीश राय ने साफ कहा "यह अभी शुरुआती लेकिन बहुत मजबूत परिणाम है। अब लैब में सेल-आधारित टेस्ट और फिर चूहों पर ट्रायल होंगे। उसके बाद इंसानी ट्रायल। अगर सब ठीक रहा तो 5-7 साल में सस्ती अल्जाइमर की गोली बाजार में आ सकती है।
हाइड्रॉक्सीचाविकोल- पान के पत्ते में प्राकृतिक रूप से मौजूद, सस्ता, सुरक्षित और भारत में हर गली में उपलब्ध।
COMT – दिमाग के केमिकल मैसेंजर को बचाता है
HSP90AA1 – कोशिकाओं को तनाव से बचाता है
GAPDH – – दिमाग की ऊर्जा सप्लाई बनाए रखता है
Published on:
04 Dec 2025 03:13 pm
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