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कोटा पुलिस की एक अनूठी पहल, अब गलती की सजा बन रही है हरियाली की वजह

Green Punishment: कोटा पुलिस लाइन में जवानों को छोटी- छोटी गलतियों पर पौधे लगाने की सजा दी जा रही है। 4 महीने में 100 से ज्यादा जवानों ने लगाए पौधे।

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जयपुर

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MOHIT SHARMA

Aug 20, 2025

Photo: Official X Handle of Rajasthan Police

Photo: Official X Handle of Rajasthan Police

Environmental Awareness: जयपुर. कोटा पुलिस लाइन में राजस्थान पुलिस ने एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल शुरू की है। यहां छोटी-छोटी गलतियों के लिए पुलिसकर्मियों को सजा के रूप में पौधे लगाने, उनकी देखभाल करने और परिसर की सफाई करने जैसे कार्य दिए जा रहे हैं। इस पहल से न केवल पुलिस लाइन का परिसर हरा-भरा और सुंदर हो रहा है, बल्कि जवानों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है। पिछले चार महीनों में 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने इस सजा के तहत पौधे लगाए हैं।

मिसाल बन रही सजा

पुलिस जवानों से होने वाली छोटी गलतियों, जैसे देरी से ड्यूटी पर पहुंचना, को अब सकारात्मक दिशा में बदला जा रहा है। सजा के रूप में उन्हें पौधे लगाने, पौधों को पानी देने, गमलों और क्यारियों की देखभाल करने या परिसर में सफाई करने जैसे कार्य सौंपे जाते हैं। राजस्थान पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस अनूठी पहल की जानकारी साझा की है। खासकर मानसून के मौसम में पौधरोपण को प्राथमिकता दी गई है।

सजा का अनोखा तरीका

इस पहल के तहत सजा को गलती के अनुपात में तय किया जाता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई जवान 10-15 मिनट देर से आता है, तो उसे दोगुने समय तक पौधों की सिंचाई या देखभाल जैसे कार्य करने होते हैं। महिला कांस्टेबलों को उनकी सुविधा के अनुसार कार्य दिए जाते हैं। यह सजा न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि जवानों में अनुशासन और जिम्मेदारी का भाव भी जागृत कर रही है।

100 से अधिक जवानों को मिली सजा

पिछले चार महीनों में 100 से अधिक पुलिसकर्मियों और कुछ अधिकारियों ने इस सजा को स्वीकार किया है। खास बात यह है कि किसी ने भी इसे नकारात्मक रूप में नहीं लिया। इसके बजाय, सभी ने उत्साह के साथ पौधरोपण और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी निभाई। इन पौधों को हरा-भरा रखने का दायित्व भी इन्हीं जवानों को सौंपा गया है।
इस पहल का परिणाम कोटा पुलिस लाइन के परिसर में साफ नजर आ रहा है। चार महीनों में परिसर हरा-भरा और खूबसूरत हो गया है। साथ ही, पुलिसकर्मियों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और संरक्षण की भावना बढ़ी है। यह अनूठी सजा न केवल पर्यावरण के लिए सुखद है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण बन रही है। इस तरह, कोटा पुलिस की यह पहल गलतियों को सुधारने और पर्यावरण को संवारने का एक शानदार मिश्रण साबित हो रही है।