मुख्यमंत्री ने कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए बताया कि राज्य सरकार और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के बीच एमओयू हो चुका है। उन्होंने पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और आरआरवीपीएनएल की लाइन शिफ्टिंग जैसे कार्यों को शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए।
जयपुर स्टेट टर्मिनल बनेगा विरासत और आधुनिकता का संगम
शर्मा ने जयपुर एयरपोर्ट पर प्रस्तावित स्टेट टर्मिनल को विश्वस्तरीय बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टर्मिनल के डिजाइन में जयपुर की समृद्ध विरासत की झलक के साथ अत्याधुनिक सुविधाओं का समावेश किया जाए। ग्रीन एरिया, पार्किंग, मीटिंग हॉल जैसी व्यवस्थाओं के लिए विशेष योजना तैयार कर आगंतुकों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं प्रदान करने पर जोर दिया गया। टर्मिनल के लिए 12,778 वर्ग मीटर भूमि का आवंटन पहले ही हो चुका है।
हवाई पट्टियों के उन्नयन और फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन पर विशेष फोकस
बैठक में मुख्यमंत्री ने झुंझुनूं, आबू रोड और डूंगरपुर हवाई पट्टियों के विस्तार कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रतापगढ़ और हमीरगढ़ में शीघ्र फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (एफटीओ) स्थापित करने के निर्देश दिए। उदयपुर हवाई अड्डे के विस्तार और उत्तरलाई हवाई पट्टी पर सिविल एन्क्लेव एवं अप्रोच रोड निर्माण कार्यों को भी गति देने की बात कही गई।
एयर एंबुलेंस सुविधा से आपातकालीन सेवाओं में आएगी तेजी
मुख्यमंत्री ने हरियाणा से सालासर और खाटूश्यामजी के लिए हवाई सेवा के विस्तार और राज्य में एयर एंबुलेंस सेवा को सुदृढ़ करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि एयर एंबुलेंस सुविधा से दूरस्थ क्षेत्रों में आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं सुलभ होंगी, जिससे आमजन को त्वरित राहत मिलेगी।
नागरिक उड्डयन क्षेत्र में निवेश को लेकर भी हुई समीक्षा
बैठक में ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ के दौरान नागरिक उड्डयन क्षेत्र में किए गए एमओयू की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि निवेश प्रस्तावों को शीघ्र धरातल पर लाया जाए, ताकि प्रदेश को विमानन क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया जा सके। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को हवाई संपर्क के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।