स्टडी में होने के बाद भी वाट्स ऐप स्टेटस अपडेट ( Jaipur Crime News )
पुलिस ने शनिवार को आरोपी सौरभ और रोहित तिवारी को महानगर मजिस्ट्रेट न्यायालय में पेश किया। पुलिस ने दोनों को सात दिन की रिमांड पर मांगा। न्यायालय ने उन्हें दो दिन की ही रिमांड पर दिया। इसी के साथ पुलिस कस्टडी में होने के बाद भी रोहित के वाट्स ऐप स्टेटस अपडेट होने की बात न्यायालय के सामने आई। रोहित के अधिवक्ता दीपक चौहान ने न्यायालय से घटना के बाद से गिरफ्तारी दिखाने तक की अवधि को रिकार्ड पर लेने की गुहार की। इसी के साथ तय समय में आरोपियों को न्यायालय में पेश नहीं करने की भी जानकारी दी।
साइबर एक्सपर्ट से जांच की मांग ( MOTHER SON MURDER ) आरोपियों के वकील ने लिखित में न्यायालय को बताया कि रोहित का मोबाइल और सिम पुलिस की कस्टडी में है। इसके बाद भी शनिवार को सुबह करीब सवा ग्यारह बजे स्टेटस बदला गया और उसमें एक पेपर की कटिंग लगाई गई है। अधिवक्ता ने पुलिस पर मिथ्या साक्ष्य बनाने के आरोप लगाते हुए साइबर एक्सपर्ट से इसकी जांच करवाने की मांग की है।
आरोपियों से दिन भर की पूछताछ- डीसीपी राहुल जैन, एसीपी सांगानेर पूनम चंद सहित अन्य पुलिस अधिकारी शनिवार को भी प्रताप नगर थाने पर ही रहे। आरोपियों से गहनता से पूछताछ की और कड़ी से कड़ी जोडऩे के प्रयास में जुटी रही। वहीं सौरभ के जीजा हरीविकास से भी पूछताछ की गई है।
रिचार्ज करने को लेकर भी हुआ था झगड़ा- पुलिस पूछताछ में पता चला है कि रोहित ने 5 जनवरी को श्वेता ने रोहित को मोबाइल रिचार्ज के लिए कहा। जिस पर उसने कहा कि तू ही करवा ले, रोज मैं ही सिखाऊंगा क्या, तू भी सीख। इस पर उनका झगड़ा बढ़ गया और रोहित ने उससे मारपीट भी की। जिसकारण श्वेता के हाथ में चोट भी आई। उसने अपनी सहेली को भी फोन करके यह बात बताई।