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राजस्थान: इस नेशनल हाईवे के फोरलेन की DPR का फिर इंतजार, हादसे हो रहे लगातार, 8 माह में 56 लोगों की मौत

मनोहरपुर दौसा हाईवे पर हुई दुर्घटनाओं में कई ऐसे बड़े हादसे हुए है जिनमें किसी की मां तो किसी का भाई अकाल मौत का शिकार हो गया।

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मनोहरपुर दौसा नेशनल हाईवे। Photo- Patrika

गठवाड़ी। जयपुर जिले में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चर्चित मनोहरपुर दौसा नेशनल हाईवे के फोरलेन निर्माण के लिए तैयार होने वाली डीपीआर का कार्य फिर अटक गया है। एनएचएआई द्वारा डीपीआर के लिए मांगी गई निविदाओं में मापदंड़ों के अनुसार कंसल्टेंट कम्पनी नहीं मिलने से टेंडर प्रक्रिया पर ब्रेक लग गए है। ऐसे में अब डीपीआर के लिए फिर से टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।

जानकारी अनुसार मनोहरपुर दौसा एनएच 148 व लालसोट कोथून हाईवे एनएच 23 के अलावा सालासर नागौर एनएच 58 के फोरलेन की डीपीआर तैयार करने के लिए एनएचएआई ने निविदाएं आमंत्रित की थी। जिसके बाद 10 जुलाई 2025 को तीन कंसल्टेंट कम्पनियों ने डीपीआर तैयार करने के लिए निविदाएं डाली थी।

तीनों कंसल्टेंट कम्पनियों द्वारा डाली गई निविदाएं एनएचएआई के मापदंड़ों व शर्तों के अनुसार नहीं होने से टेंडर प्रक्रिया को तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए 7 अगस्त को निरस्त कर दिया। ऐसे में लोगों को मनोहरपुर दौसा हाईवे के फोरलेन की डीपीआर का इंतजार फिर बढ़ गया है।

दो लेन का हाईवे होने से हो रही दुर्घटनाएं

जयपुर दिल्ली व जयपुर आगरा नेशनल हाईवे से जुड़े मनोहरपुर दौसा हाईवे को सरकार ने नेशनल हाईवे का तो दर्जा दे दिया, लेकिन समय के साथ सुविधाओं का विस्तार नहीं किया गया। हाईवे पर वाहनों का आवागमन बढ़ने से अब दो लेन के इस हाईवे पर आए दिन दुर्घटना में मौत होना आम बात हो गई है।

हाईवे पर बढ़ती दुर्घटना पुलिस व प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। वहीं अब आमजन भी हाईवे पर हो रहे हादसों को लेकर चिंतित है। पुलिस व प्रशासन ने दो लेन के हाइवे पर डीवाइडर नहीं होने व ओवरस्पीड में ओवरटेक करने की वजह से हादसे होने का कारण मान रही है।

62 किमी के मनोहरपुर दौसा हाईवे पर पिछले 8 माह में रायसर थाना क्षेत्र में सबसे अधिक 30 लोगों की मौत हुई है। वहीं तीन दिन पहले सैंथल थाना क्षेत्र में हुई 11 जनों की मौत के बाद यहां भी आंकड़ा 22 पहुंच गया।

हाईवे पर ये हुए बड़े हादसे

मनोहरपुर दौसा हाईवे पर हुई दुर्घटनाओं में कई ऐसे बड़े हादसे हुए है जिनमें किसी की मां तो किसी का भाई अकाल मौत का शिकार हो गया। दौसा जिले के सैंथल थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले हुए सड़क हादसे में 7 बच्चों व चार महिलाओं सहित 11 लोगों की मौत हो गई थी।

इसी प्रकार रतनपुरा के पास 15 जुलाई को एक ट्रेलर की टक्कर से एक महिला की मौत, 11 जून को रायसर के पास भट्ट का बास मोड़ के पास हुए सड़क हादसे में 8 की मौत, 27 मई को रतनपुरा के पास सड़क हादसे में दो सगे भाइयों सहित तीन की मौत, 21 मई को सड़क हादसे में मां सहित दो बेटों की मौत, 13 अप्रेल को नेकावाला टोल प्लाजा के पास सड़क हादसे में एक परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई थी।

इनका कहना है…

टेंडर दुबारा से आमंत्रित किया है। दूसरे प्रोजेक्ट में काम कर रहे कंसल्टेंट से मनोहरपुर दौसा हाइवे की डीपीआर तैयार करने का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। एनएचएआई द्वारा मांगी गई निविदाओं में किसी कंसल्टेंट कंपनी ने क्वालीफाई नहीं किया।
राकेश मीणा, डीजीएम, एनएचएआई