जनता के लिए ये दो फायदे 1- जयपुर में आठ जोन में तीन हजार ई रिक्शा शुरू होने से रोज करीब 10 लाख लोगों को इसका फायदा मिलेगा। लोगों को अलग-अलग इलाकों में ही आवागमन के साधन घर से निकलते ही मिल जाएंगे। राजधानी में फिलहाल कई कॉलोनियां ऐसी हैं जहां मुख्य सड़क तक आने के लिए साधन नहीं है। लो-फ्लोर बंद हो चुकी हैं। ऐसे में लोग या तो पैदल आते हैं, या फिर ऑटो किराए पर लेते हैं। ई रिक्शा के चलने से लोग मुख्य सड़क पर कम किराए में आसानी से पहुंच सकेंगे।
2- दूसरा फायदा यह है कि लोग जयपुर मेट्रो (
Jaipur Metro ) स्टेशन तक भी आसानी से पहुंच सकेंगे। रेलवे स्टेशन, सिविल लाइंस, परकोटा, सोडाला, मानसरोवर, न्यू सांगानेर रोड, सिंधी कैंप के आस-पास इलाकों में रहने वाले लोग नजदीकी मेट्रो स्टेशन ई रिक्शा के जरिए पहुंच सकेंगे। इससे मेट्रो में आवाजाही बढ़ेगी।
हर इलाके का अलग रंग ई रिक्शा संचालन के लिए आठ जोन बनाने के बाद आरटीओ (
RTO ) में अब रंग को लेकर भी कवायद चल रही है। हर जोन का अलग-अलग रंग निर्धारित किया जाएगा। इससे फायदा यह होगा कि एक जोन से दूसरे जोन में ई रिक्शा संचालित नहीं होंगे। इनकी पहचान हो सकेगी। ऐसा पाए जाने पर यातायात पुलिस (
Traffic Police ) चालान ( Challan ) करेगी।