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जयपुर के स्कूलों में ‘सेवा अलमारी’, बच्चों ने मिलकर बढ़ाया मदद का हाथ, साथियों के लिए लाते हैं खाना

जयपुर के निजी स्कूलों में ‘सेवा अलमारी’ शुरू हुई, जिसमें संपन्न बच्चों ने जरूरतमंद साथियों के लिए बिना ताले वाली अलमारी में बिस्किट, फल और हेल्दी फूड रखा। बच्चे मुफ्त में पैकेट लेते हैं, इससे टिफिन शेमिंग से बचाव और सामाजिक जिम्मेदारी सिखाई जा रही है। पढ़ें विजय शर्मा की रिपोर्ट...

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जयपुर

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Arvind Rao

Aug 28, 2025

Jaipur schools Seva almirah

Jaipur schools Seva almirah (Photo- Patrika)

Jaipur News: राजधानी जयपुर के निजी स्कूलों में एक अनोखी और सराहनीय पहल देखने को मिल रही है। ‘सेवा अलमारी’ के जरिए जरूरतमंद बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। खास बात यह है कि संपन्न परिवार के बच्चों ने ही मिलकर यह कार्य शुरू किया है।


स्कूल परिसर में रखी बिना ताले की इस अलमारी में बिस्किट, घर की बनी कुकीज, ड्राई फूट्स और फल आदि रखे रहते हैं। जरूरतमंद बच्चा जाकर बिना रोक-टोक खाने के पैकेट लेते हैं।


जब अलमारी से चीजें खत्म होने लगती अन्य बच्चे मिलकर शिक्षक की मदद से अलमारी में वही चीजें वापस रख देते हैं। जरूरतमंद बच्चों से न पैसे लिए जाते हैं न ही वापस पैकेट रखवाया जाता है। यह सेवा हर वर्ग के बच्चों के लिए भी है।


टिफिन शेमिंग से बचाव


आज के समय में स्कूलों में टिफिन शेमिंग की समस्या देखने को मिल रही है। राजस्थान पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे अभियान का असर भी सेवा अलमारी में देखने को मिल रहा है। स्कूलों ने सेवा अलमारी में हेल्दी फूड को भी शामिल किया है।
बच्चे अपने साथ ए€स्ट्रा फूड भी लाते हैं और अलमारी में रख देते हैं। लंच होने पर जिस बच्चे के पास लंच बॉक्स नहीं होता, वह फूड लेकर खाता है। इससे कोई बच्चा भूखा नहीं रहता और उसे अपने टिफिन को लेकर शर्मिंदा नहीं होना पड़ता।


सामाजिक जिम्मेदारी की सीख


यह भोजन वितरण प्रणाली नहीं, बल्कि यह बच्चों को सामाजिक जिम्मेदारी, संवेदनशीलता और सहयोग की भावना सिखाने का माध्यम बन गई है। यह पहल उन्हें भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित कर रही है।
-मंजू शर्मा, प्रिंसिपल निजी स्कूल