राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों में से इस बार सात विधायकों ने चुनाव लड़ा। इन सात विधायकों में से पांच विधायकों ने जीत दर्ज की। सभी पांच विधायकों ने सासंद बनने के बाद अब विधायिकी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को इस्तीफा दिया है।
इससे पहले प्रदेश से चार नवनिर्वाचित सांसद दौसा से मुरारी लाल मीना, झुंझुनूं से बृजेंद्र ओला, चौरासी से राजकुमार रोत और देवली-उनियारा से हरीश मीना इस्तीफा दे चुके थे। इसी कड़ी में आज हनुमान बेनीवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है। वैसे भी सांसद या विधायक बनने के बाद एक पद से 14 दिन के अंदर इस्तीफा देना होता है और आज 14 दिन पूरे हो चुके है। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून आए थे।
हाल ही में राजस्थान नागौर से नवनिर्वाचित सांसद हनुमान बेनीवाल ने सियासी लिहाज से विधानसभा उपचुनाव से पहले डबल गेम खेला था। उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा देने से पहले विधायक कोष से पांच करोड़ के कार्यों की एक साथ अनुशंषा कर दी थी। जिससे नए विधायक को पद का लाभ तो होगा। लेकिन बजट के मामले में ‘ठन-ठन गोपाल’ जैसी स्थिति होगी।
Updated on:
18 Jun 2024 03:10 pm
Published on:
18 Jun 2024 02:41 pm