राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष (
Loksabha Speaker ) बनने के बाद अपनी कार्यशैली की छाप छोडऩे में जुट गए हैं। उन्होंने सामान्यतया एक घंटे चलने वाले शून्यकाल का समय बढ़ाकर ढाई घंटे तक कर दिया। इस दौरान बिरला ने कहा भी कि वह चाहते हैं कि शून्यकाल में अधिक से अधिक ऐसे सांसदों को मौका मिले, जो पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं। यह उन्होंने हाथों-हाथ कर दिखाया। शून्यकाल में 84 सांसदों ने उनके क्षेत्रों की पानी, बिजली, सड़क की समस्याओं के साथ भ्रष्टाचार के मसले उठाए। इनमें पहली बार चुनकर आने वाले 49 सांसद भी शामिल रहे। लोकसभा में पहली बार बोलने का मौका मिलने पर नए सांसद खुश नजर आए। वहीं वरिष्ठ सांसदों ने बिरला की इस पहल की तारीफ भी की।
दशकों बाद ऐसा हुआलोकसभा के सूत्रों का कहना है कि दशकों बाद ऐसा हुआ है कि जबकि शून्यकाल इतना लंबा चला और इतनी संख्या में सांसदों को मौका मिला।
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बीसलपुर बांध सूखने के कगार पर, केन्द्र से मांगी मदद, लोकसभा में गर्माया मामला पीएम मोदी दो बार कर चुके हैं तारीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (
PM Narendra Modi ) पिछले एक सप्ताह में दो बार बिरला की तारीफ कर चुके हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते समय भी मोदी ने मंगलवार को कहा था कि अध्यक्ष पद पर नए होने के बावजूद बिरला ने सबको विश्वास में लेकर अच्छा काम किया। लोकसभा को अच्छे तरह से चलाया जा रहा है।