डीसीपी मनोज चौधरी ने बताया कि शास्त्रीनगर निवासी लक्ष्मण सैनी की पिछले वर्ष जून में शादी के नाम पर सांभर निवासी सुरेश, संजना, महेश और प्रिति ने दिल्ली निवासी दीपचंद यादव और उसकी पत्नी सपना ने मुलाकात करवाई। इस पर दीपचंद ने अपनी बहन किरण से विवाह करने के लिए लक्ष्मण से बातचीत कर उससे दो लाख रुपए बतौर एडवांस ले लिए। इसके बाद करीब पचास हजार रुपए और लेकर पिछले वर्ष 18 जून को लक्ष्मण की किरण से शादी करवा दी। इसके बाद अगले माह 17 जुलाई को किरण घर से कीमती सामान और जेवरात लेकर फरार हो गई। इस मामले में शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने दिल्ली से दीपचंद, उसकी पत्नी सपना और गाजियाबाद से शादी करवाने वाले पंडित रामअवतार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि किरण सहित सांभर निवासी सुरेश, संजना, महेश और प्रिति को तलाश रही है। शादी के नाम पर रुपए हड़पने के लिए दीपचंद ने पूछताछ में पुलिस को किरण का फर्जी भाई बनने की जानकारी दी है।
पुलिस से भी पिटवाया
किरण के लापता होने पर मूलत: टोंक निवासी लक्ष्मण ने दीपचंद से संपर्क किया तो उन्होंने उसे दिल्ली स्थित मजनू का टीला बुला लिया। इस पर लक्ष्मण अपने भाई गोविंद और मित्र फौजी के साथ दिल्ली पहुंच गया, जहां उसे किरण ने गाजियाबाद बुला लिया और छेड़छाड़ का आरोप लगाकर तीनों को गाजियाबाद पुलिस को सौंप दिया। बताया जाता है कि गाजियाबाद पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करने की धमकी देकर लक्ष्मण से पचास हजार रुपए वसूलने के बाद ही छोड़ा। एडीसीपी धर्मेंद्र सागर का कहना है कि लक्ष्मण के बयान के आधार पर गाजियाबाद पुलिस के भूमिका की भी जांच की जा रही है।
किरण के लापता होने पर मूलत: टोंक निवासी लक्ष्मण ने दीपचंद से संपर्क किया तो उन्होंने उसे दिल्ली स्थित मजनू का टीला बुला लिया। इस पर लक्ष्मण अपने भाई गोविंद और मित्र फौजी के साथ दिल्ली पहुंच गया, जहां उसे किरण ने गाजियाबाद बुला लिया और छेड़छाड़ का आरोप लगाकर तीनों को गाजियाबाद पुलिस को सौंप दिया। बताया जाता है कि गाजियाबाद पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करने की धमकी देकर लक्ष्मण से पचास हजार रुपए वसूलने के बाद ही छोड़ा। एडीसीपी धर्मेंद्र सागर का कहना है कि लक्ष्मण के बयान के आधार पर गाजियाबाद पुलिस के भूमिका की भी जांच की जा रही है।