
फोटो पत्रिका
जयपुर। जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर मानसून सक्रिय हुआ है। शुक्रवार को जयपुर, उदयपुर में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई। जिससे कई इलाकों में पानी भर गया। आमजन को भी गर्मी से राहत मिली। सीजन में बांधों में रिकॉर्ड 90.34 प्रतिशत जलभराव हुआ है, जो 1990 से अब तक का सर्वाधिक स्तर है। इससे पेयजल और सिंचाई दोनों क्षेत्रों में राहत मिलेगी।
जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान राजस्थान के उदयपुर जिले में अतिभारी तथा चित्तौड़गढ़ व प्रतापगढ़ जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। इसी दौरान राजस्थान में कुछ अन्य स्थानों पर भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई व पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहा।
जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक शनिवार से लेकर सोमवार तक भरतपुर, कोटा, उदयपुर, जयपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
बीते 24 घंटे में मावली (उदयपुर) में 117.0 एमएम, कोटा में 7.8, डबोक में 8.3, अलवर में 8, पिलानी में 4.9, प्रतापगढ़ में 33, जयपुर में, भीलवाड़ा में 1.4, वनस्थली में 1 एमएम बारिश दर्ज की गई।
झालावाड़ जिले में दोपहर तक बादल छाए रहे। लोग उमस भरी भीषण गर्मी से परेशान रहे। आवर पगारिया में करीब एक घंटे जोरदार बारिश हुई। इससे पानी बह निकला। झालावाड़ जिले के भीमसागर बांध का एक गेट 1 फीट खोलकर करीब 850 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम 25 डिग्री रहा।
बूंदी शहर सहित कई जगह पर बारिश हुई। शहर में करीब दस बजे आधा घंटे मध्यम दर्जे की बरसात हुई। ऐसे में सड़कों पर पानी जमा हो गया। नैनवां में एक घंटे जोरदार बारिश होने से सड़कों पर पानी बह निकला। यहां दोपहर पौने 12 बजे से पौने एक बजे तक मूसलाधार बरसात हुई। इस दौरान यहां साढ़े तीन इंच बरसात हुई। देई, केशवरायपाटन, नोताड़ा में भी बरसात हुई।
Updated on:
19 Sept 2025 07:39 pm
Published on:
19 Sept 2025 07:37 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
