
Photo: Patrika Network
कोटपूतली-बहरोड़. जिले में नशा तस्करी और अवैध बिक्री को रोकने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन सेंटर (एन-कोर्ड) की बैठक जिला कलक्टर प्रियंका गोस्वामी की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई की मौजूदगी में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि शराब बिक्री में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। मेडिकल स्टोरों पर भी अब पैनी नजर रखी जाएगी। बिना पर्ची दवा बेचने, बैन दवाओं का स्टॉक रखने या सीसीटीवी नहीं लगाने वाले मेडिकल स्टोर्स का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
जिला कलक्टर ने जिले में नशा मुक्ति अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा व पुलिस विभाग को मिलकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को जागरूक कर भविष्य को नशामुक्त बनाना होगा। समाज कल्याण, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग नशा मुक्ति केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करें। साथ ही निर्देश दिए कि मेडिकल स्टोर्स पर सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य हों, बिना पर्ची दवा बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री रोकने के लिए औचक निरीक्षण और दोषी पाए जाने पर लाइसेंस निरस्त किया जाए। साथ ही शराब विक्रेताओं की तय समय व नियमों के अनुसार बिक्री सुनिश्चित करने के लिए एक्साइज विभाग सख्ती से मॉनिटरिंग करे।
जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने कहा कि हथकड़ शराब, हुक्काबार, ई-सिगरेट, वीड, गांजा व ड्रग्स की बिक्री करने वालों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी। सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी रोकने के लिए एजेंसियों को संयुक्त रूप से अभियान चलाना होगा। अब जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त सख्ती से नशे का कारोबार करने वालों की खैर नहीं। हर स्तर पर होगी सघन जांच और कठोर कार्रवाई।
एएसपी वैभव शर्मा ने कहा कि नशा मुक्त अभियान की सफलता के लिए आमजन की सहभागिता और जागरूकता जरूरी है। सभी विभाग सक्रिय होकर संयुक्त रूप से इस दिशा में कार्य करें। बैठक में एडीएम ओमप्रकाश सहारण, एएसपी शालिनी राज, एएसपी वैभव शर्मा, आबकारी अधिकारी प्रभु दयाल सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
Published on:
27 Aug 2025 03:28 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
