29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सरकारी स्कूलों के कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों की बनेगी प्रोफाइल

प्रोफाइल पर लगेगा विद्यार्थी का फोटो, इसमें रहेगी विद्यार्थी की पूरी जानकारी, प्रोफाइल पर अभिभावकों के होंगे हस्ताक्षर

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

MOHIT SHARMA

Jul 15, 2018

Profiles of students of government schools

Profiles of students of government schools

जयपुर। निजी स्कूलों की तरह ही अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की भी प्रोफाइल बनाने की सरकार तैयारी कर रही है। इससे अभिभावकों की भी बच्चों पर पूरी नजर रहेगी। उन्हें क्लास टैस्ट से लेकर फाइनल एग्जाम तक व दूसरी अन्य गतिविधियों की पूरी जानकारी मिल सकेगी। सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्राथमिक स्तर पर नए सिरे से इसके लिए मॉडल तैयार किया गया है। नए मॉडल के हिसाब से शिक्षकों को अब हर छात्र का एक अलग पोर्टफोलियो तैयार करना होगा। पोर्टफोलियों में साल में दो बार विद्यार्थी का आकलन किया जाएगा। प्रोफाइल में विद्यार्थी की हर जानकारी उपलब्ध होगी। जिसे अभिभावक भी देख सकेंगे।

पोर्टफोलियो के कवर पेज पर लगेगी फोटो
विद्यार्थी की प्रोफाइल में उससे संबंधित सभी जानकारी होगी। जिसमें स्कूल का नाम, स्कूल का प्रकार, ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला, संस्था प्रधान का नाम और मोबाइल नंबर होंगे। प्रोफाइल पर विद्यार्थी का फोटो भी लगाया जाएगा। विद्यार्थी की प्रोफाइल बनाकर पोर्टफोलियो के कवर पेज पर चस्पा की जाएगी। प्रोफाइल पर अभिभावकों के भी हस्ताक्षर होंगे। इसमें कक्षा 1 से 5 तक के सभी विद्यार्थियों का पूरा डेटा होगा। जिसमें विद्यार्थी के मूल्यांकन से लेकर सृजनात्मक आकलन तक होगा। इसमें शिक्षकों की भी पूरी डिटेल मिलेगी।

कमजोर बच्चों के लिए लगेंगी क्लास
पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिए अलग से योजना बनाई जाएगी। कमजोर स्तर के विद्यार्थियों के शैक्षिक स्तर को सुधारने के लिए अलग से कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसमें विद्यार्थियों को स्वयं करने, सीखने और सोचने समझने का अवसर दिया जाएगा। विद्यार्थी की सृजनात्मकता को बोर्ड पर प्रदर्शित करना होगा। कक्षा स्तर के विद्यार्थियों का शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए उनके ग्रुप बनाए जाएंगे। कक्षा में बच्चों के स्तर के अनुरूप शिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।

ये भी करना होगा
कक्षा 3 व इससे आगे की कक्षाओं के प्रत्येक बच्चे को अपनी कक्षा स्तर की हिंदी की पाठ्यपुस्तक पढ़ना आना चाहिए, लिखना आना चाहिए, बणित की मूलभूत जानकारी हो, अंग्रेजी की भी जानकारी हो।