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राजस्थान सरकार ने दिया सिन्धी समाज को तोहफा, सिन्धु दर्शन यात्रा के लिए मिलेंगे 15 हजार की आर्थिक सहायता

Rajasthan Government Gift : राजस्थान सरकार ने सिन्धी समाज को बड़ा गिफ्ट दिया। लेह-लद्दाख सिन्धु दर्शन यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक सिन्धी तीर्थयात्रियों को राजस्थान सरकार 15 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देगी।

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Rajasthan Government Gift Sindhi Community Financial Assistance of Rs. 15 thousand Given for Sindhu Darshan Yatra

Rajasthan Government Gift : सिन्धी समाज के लिए खुशखबर। राजस्थान सरकार ने सिन्धी समाज को बड़ा गिफ्ट दिया। लेह-लद्दाख सिन्धु दर्शन यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक सिन्धी तीर्थयात्रियों को 15 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का राजस्थान सरकार ने एलान किया है। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के आग्रह पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सिन्धी समाज को यह तोहफा दिया है। सिन्धु दर्शन यात्रा में चार दिन तक लेह-लद्दाख में धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन होते हैं तथा यह यात्रा 18 जून से शुरू होकर 30 जून को समाप्त होती है।

18 जून से प्रारम्भ होती है जम्मू एवं कुरूक्षेत्र से यह यात्रा

सिन्धी समाज के तीर्थयात्री हर साल 23 से 26 जून तक लेह-लद्दाख में सिन्धु दर्शन यात्रा पर जाते हैं। यह यात्रा 18 जून से जम्मू एवं कुरूक्षेत्र से प्रारम्भ होती है तथा 30 जून को इसका अधिकारिक समापन होता है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से आग्रह किया था कि सिन्धु दर्शन तीर्थ यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को भी अन्य तीर्थ यात्राओं की तरह आर्थिक सहायता दी जाए। इस पर निर्णय करते हुए राज्य सरकार ने तीर्थ यात्रियों के लिए 15 हजार रूपए प्रति यात्री की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

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वर्ष 1997 में सिन्धु दर्शन यात्रा की हुई थी शुरूआत

गौरतलब है कि वर्ष 1997 में भारत रत्न एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने सिन्धु दर्शन यात्रा की शुरूआत की थी। प्रतिवर्ष यह यात्रा 23 से 26 जून तक लेह-लद्दाख में आयोजित की जाती है। इसमें बड़ी संख्या में सिंधी धर्मावलम्बी भाग लेते हैं। वेद, शास्त्र एवं धार्मिक मान्यताओं में सिन्धु नदी का बड़ा महत्व है। लगभग सभी ग्रन्थों में सिन्धु नदी का उल्लेख मिलता है। इसके साथ ही भारतीय राष्ट्रगान में भी सिन्धु नदी का उल्लेख है।

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सिन्धु दर्शन यात्रा सिन्धी धर्मावलम्बियों के लिए बड़ी पवित्र

सिन्धी समाज में भी ईष्ट देव झूलेलाल जी के अवतार का जल से संबंध है। ऎसे में यह यात्रा सिन्धी धर्मावलम्बियों के लिए बड़ी पवित्र मानी जाती है। प्रतिवर्ष देश के लगभग 25 राज्यों से सिन्धी धर्मावलम्बी इस पवित्र यात्रा पर जाते हैं। यह यात्रा जम्मू एवं कुरूक्षेत्र से प्रारम्भ होती है एवं लगभग 12 दिन चलती है। यात्रा में लेह-लद्दाख में विशिष्ट धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन होते हैं।

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