
Rajasthan News : वाहन स्क्रैप पॉलिसी के तहत जारी किए जा रहे ‘स्क्रैप सर्टिफिकेट’ की मांग तेजी से बढ़ रही है। खासकर महंगी गाड़ियां खरीदने वाले लोग इन्हें खरीदकर वन टाइम टैक्स में 25 प्रतिशत की छूट का लाभ उठा रहे हैं। स्थिति यह है कि बाजार में स्क्रैप सर्टिफिकेट 50 हजार रुपए तक में बेचे जा रहे हैं। इस सर्टिफिकेट का सबसे ज्यादा फायदा लग्जरी कार खरीदने वाले उठा रहे हैं। जयपुर में स्क्रैप सर्टिफिकेट के जरिए रजिस्टर्ड होने वाले नए वाहनों की संख्या प्रदेश में सबसे अधिक है।
परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में अब तक 5,939 वाहनों के नए रजिस्ट्रेशन में स्क्रैप सर्टिफिकेट का उपयोग हुआ है। इनमें से सबसे अधिक 3,219 वाहन जयपुर में रजिस्टर्ड हुए हैं।
1- पुराने वाहनों के गैरकानूनी उपयोग का खतरा समाप्त हो रहा है।
2- अधिकृत सेंटर से स्क्रैप सर्टिफिकेट मिलने के बाद वाहन का डेटा पूरी तरह डिलीट कर दिया जाता है।
3- वाहन मालिक किसी कानूनी अड़चन में नहीं फंसते।
पुराने वाहनों से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने वाहन स्क्रैप पॉलिसी लागू की है। इसके तहत जयपुर में महला, अजमेर रोड और माधो राजपुरा, फागी में दो अधिकृत स्क्रैपिंग सेंटर खोले गए हैं। इन सेंटरों पर निजी और सरकारी दोनों तरह के वाहनों को स्क्रैप किया जा रहा है। वाहन मालिकों को स्क्रैपिंग के बदले भुगतान के साथ सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।
स्क्रैप सर्टिफिकेट का सबसे ज्यादा फायदा महंगे वाहनों पर लगने वाले टैक्स में छूट के रूप में मिल रहा है। उदाहरण के लिए, 1 करोड़ रुपए की लग्जरी कार पर 10-12 प्रतिशत वन टाइम टैक्स लगता है, यानी 11-12 लाख रुपए का अतिरिक्त भार। लेकिन स्क्रैप सर्टिफिकेट का उपयोग करने पर 25त्न छूट मिलती है, जिससे 2.5-3 लाख रुपए तक की बचत हो जाती है। यही कारण है कि कई लोग पुराने वाहनों को स्क्रैप कराकर सर्टिफिकेट हासिल कर रहे हैं और फिर इन्हें बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं।
Published on:
21 Feb 2025 07:58 am
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