
Rajasthan News: महारानी फार्म पर द्रव्यवती नदी की रपट को ऊंचा करने का काम जेडीए सोमवार से शुरू करेगा। वाहनों की आवाजाही को दुरुस्त रखने के लिए जेडीए ने ट्रैफिक पुलिस को भी पत्र लिखा है। छह करोड़ रुपए इस रपट को ऊंचा करने में खर्च होंगे और करीब छह माह में काम पूरा हो जाएगा।
जेडीए पूरी रपट को ही बंद करके काम करेगा। ऐसे में करीब डेढ़ लाख लोगों को अपना रोजाना का रास्ता बदलना होगा। दावा है कि छह माह में यह रपट बनकर तैयार होगी। 180 मीटर लम्बाई और 17 मीटर (टू लेन) चौड़ाई में दो मीटर ऊंचाई के बॉक्स डाले जाएंगे। इस रपट पर आवाजाही बंद होने से लोगों को मानसरोवर आने-जाने के लिए बीटू बाइपास चौराहा और गोपालपुरा बाइपास हाईलेवल ब्रिज का उपयोग करना होगा। हालांकि, अब यातायात पुलिस भी अनुमति देने के साथ ही इस रपट से आने-जाने वाले लोगों को रास्ते भी बताएगी।
मानसून के दौरान रपट से करीब दो मीटर ऊपर तक पानी बहता है। ऐसे में आवाजाही प्रभावित होती है। दो मीटर के बॉक्स डालने से नदी की सतह से सड़क की ऊंचाई चार मीटर तक हो जाएगी। ऐसे में मानसून में आवाजाही प्राभावित नहीं होगी।
मानसून के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शहर का दौरा किया था। यहां रुककर भी देखा था। उसके बाद उन्होंने जेडीए अधिकारियों को रपट को ऊंचा करने के निर्देश दिए थे।
शहर के ट्रैफिक से बचने के लिए अजमेर, दिल्ली और सीकर रोड पर जाने वाले लोग इसी रास्ते का प्रयोग करते हैं। सामान्य तौर पर यह रास्ता कम ट्रैफिक दबाव वाला माना जाता है। यातायात पुलिस की मानें तो दूसरे शहरों से भी रोज 10 से 12 हजार लोग रपट का आवाजाही के लिए प्रयोग करते हैं।
Updated on:
08 Nov 2024 12:48 pm
Published on:
08 Nov 2024 12:27 pm
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