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Rajasthan Politics: “छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए तो आरक्षण के बावजूद राजनीति में नहीं आएंगी महिलाएं”

Women in Politics: गहलोत का बड़ा बयान: महिला आरक्षण तभी सार्थक जब हों छात्रसंघ चुनाव, छात्र राजनीति से निकला महिला नेतृत्व, गहलोत ने सीएम भजनलाल से की अपील

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Aug 20, 2025

ashok gehlot

अशोक गहलोत और भजनलाल शर्मा। फाइल फोटो- पत्रिका

Student Union Election: जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिला आरक्षण बिल को लेकर बड़ा बयान दिया है। गहलोत ने कहा कि महिला आरक्षण की पहल तभी सार्थक होगी जब राजनीति में स्वतंत्र पहचान वाली महिलाएं सामने आएंगी।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मीनाक्षी नटराजन, अल्का लांबा, स्व. सुषमा स्वराज, रेखा गुप्ता और बृन्दा करात जैसी कई महिला नेता छात्रसंघ की राजनीति से निकलीं और उन्होंने राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई।

गहलोत ने चेतावनी दी कि यदि छात्रसंघ चुनाव नहीं होंगे तो 33 प्रतिशत आरक्षण के बावजूद राजनीति में नई महिलाएं नहीं आ पाएंगी और केवल राजनीतिक परिवारों से जुड़ी महिलाएं ही राजनीति में कदम रखेंगी।

ऐसे में महिला नेतृत्व को मजबूत करने का सपना अधूरा रह जाएगा।उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अपील करते हुए कहा कि वे खुद एबीवीपी से सक्रिय रहे हैं, इसलिए उन्हें बिना किसी दबाव के छात्रसंघ चुनाव करवाने का निर्णय लेना चाहिए।