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RPSC : एसओजी जांच का एक और हैरान करने वाला खुलासा, साक्षात्कार में ज्यादा अंक पाने वालों में कईयों को नहीं आती थी शुद्ध हिंदी

SI Recruitment Exam 2021 : राजस्थान में एसआइ भर्ती परीक्षा 2021 पेपरलीक मामले में जिसको जहां मौका मिला, उसने वहीं सेंध लगाई। एसओजी जांच का एक और हैरान करने वाला खुलासा। साक्षात्कार में ज्यादा अंक पाने वाले कई अभ्यर्थियों को शुद्ध हिंदी तक लिखनी नहीं आती थी।

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Rajasthan SI Recruitment Exam 2021 SOG investigation Another shocking revelation those who score high marks in interview are not able to write pure Hindi

फाइल फोटो पत्रिका

SI Recruitment Exam 2021 : राजस्थान में एसआइ भर्ती परीक्षा 2021 पेपरलीक मामले में जिसको जहां मौका मिला, उसने वहीं सेंध लगाई। पेपरलीक करने वाले गिरोह के अलावा राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य पेपरलीक करने में जुटे रहे। वहीं आरपीएससी सदस्य संदेह के घेरे में हैं, इस कारण कोर्ट ने भी आरपीएसएसी सदस्यों के खिलाफ जांच करने के आदेश दिए।

700 से अधिक अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में 42 में से 30 से अधिक अंक दिए

एसआइ भर्ती परीक्षा 2021 में आरपीएससी के सदस्यों ने 3000 अभ्यर्थियों में 700 से अधिक अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में 42 में से 30 से अधिक अंक दिए। एसओजी जांच में खुलासा हुआ कि इनमें से कई अभ्यर्थियों को तो शुद्ध हिंदी लिखना भी नहीं आता है। वहीं एसओजी की पूछताछ में खुलासा हुआ कि उनको सामान्य ज्ञान की भी जानकारी कम थी। ऐसे में साक्षात्कार में 30 से अधिक अंक आना आरपीएससी को संदेह के घेरे में लाता है। गौरतलब है कि 50 नंबर के साक्षात्कार में 8 नंबर विशेष योग्यता प्रमाण पत्र होने वालों के लिए सुरक्षित थे।

भगा दिया था रवींद्र सैनी को

एसओजी सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पीएसओ राजकुमार ने बेटे भरत के साथ सत्येन्द्र यादव व रवींद्र सैनी को भी एसआइ भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर परीक्षा से पहले उपलब्ध करवाया। परीक्षा में सत्येन्द्र की 12वीं व रवींद्र की 156वीं रैंक आई थी।

एसओजी ने सत्येन्द्र व रवींद्र सैनी को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए अनुसंधान अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने को कहा। इस पर दोनों आरोपियों ने पीएसओ राजकुमार से संपर्क किया। रवींद्र एसओजी की पूछताछ में टूट जाएगा, तब राजकुमार ने रवींद्र को भाग जाने की नसीहत दी और सत्येन्द्र उसका नाम नहीं लेगा, इसलिए उसे एसओजी के समक्ष उपस्थित होने को कह दिया। हालांकि एसओजी अधिकारियों ने सत्येन्द्र से राजकुमार का नाम उगलवा लिया। मामले में अभी रवींद्र फरार है।

दो घंटे बाद गेट खुला तो घर में बैठा मिला

एसओजी ने 9 अगस्त को पीएसओ राजकुमार व उसके बेटे भरत को पेपर लेने व दूसरों को उपलब्ध करवाने के मामले में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी राजकुमार के घर एसओजी की टीम पहुंची, लेकिन घर वालों ने दरवाजा नहीं खोला। टीम को कहा कि राजकुमार विशेष ड्यूटी करने गया है।

बेटा घर के अंदर से ही बाहर खड़े एसओजी टीम के सदस्यों से वार्तालाप कर रहा था। लेकिन एसओजी की टीम ने घर को घेर लिया और स्थानीय पुलिस को भी बुला लिया। करीब दो घंटे बाद परिजन ने गेट खोला तो राजकुमार घर के अंदर ही बैठा मिला।