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Rajasthan Silver Rate Hike : चांदी में लगातार आ रही तेजी सबको हैरान करने वाली है। राजस्थान में चांदी साल 2025 में अभी तक करीब 33 फीसदी रिटर्न दे चुकी है। आखिर चांदी की कीमतें क्यों बढ़ रहीं हैं? चांदी में निवेश को लेकर विशेषज्ञों ने कहा, थोड़ी सर्तकता बरतें। पर बावजूद इसके व्यापारियों और निवेशकों दोनों को चांदी अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
राजस्थान के जयपुर, जोधपुर और उदयपुर, बांसवाड़ा जैसे शहर चांदी के हस्तशिल्प, आभूषण और सिक्कों के प्रमुख केंद्र हैं। चांदी का उपयोग सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स, चिकित्सा उपकरणों और बैटरी में बड़े पैमाने पर होता है। वर्ष 2025 में देश में सोलर इंडस्ट्री में चांदी की खपत 20 प्रतिशत तक बढ़ी है। राजस्थान मौजूदा वक्त में सौर ऊर्जा का हब बन रहा है, यहां चांदी की औद्योगिक मांग में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
साथ ही आने वाले नवरात्रि और दीपावली जैसे पर्वों पर चांदी के आभूषण, सिक्के और बर्तनों की खरीदारी बढ़ जाती है। राजस्थान में पारंपरिक चांदी के हस्तशिल्प, जैसे मीनाकारी और कढ़ाई वाले आभूषण, पर्यटकों और स्थानीय बाजार में लोकप्रिय हैं। जयपुर के जोहरी बाजार में व्यापारियों का कहना है कि इस साल मांग 30 प्रतिशत अधिक है। स्थानीय स्तर पर राजस्थान की विशेषता चांदी की मांग को और बढ़ा रही है।
सिल्वर इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि आने वाले वर्षों में चांदी की औद्योगिक खपत और निवेश दोनों मजबूत रहेंगे। खासकर सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है।
1- जनवरी में चांदी की कीमत 96,400।
2- मार्च में चांदी की कीमत 98,000।
3- जून में सोने की कीमत 96,840 और चांदी की कीमत 1,09,900
4- 12 सितंबर को चांदी की कीमत 1,31,200।
तारीख - चांदी का रेट (प्रति किलोग्राम)
06-09-2025 ₹1,28,000
07-09-2025 ₹1,28,000
08-09-2025 ₹1,27,000
09-09-2025 ₹1,30,000
10-09-2025 ₹1,30,000
11-09-2025 ₹1,29,000
12-09-2025 ₹1,32,000
13-09-2025 ₹1,33,000
14-09-2025 ₹1,33,000
15-09-2025 ₹1,33,000
निवेशकों की भारी खरीदारी
सिल्वर एक्सचेंज-ट्रेडेड प्रोडक्ट्स में निवेशकों ने लगातार बड़ी पोजीशन बनाई।
डॉलर की कमजोरी
डॉलर मई के बाद से लगातार कमजोर हो रहा है। मई में डॉलर इंडेक्स 106 था, जो घटकर अब करीब 95.70 पर पहुंच गया।
गोल्ड/सिल्वर रेश्यिो
मई में यह अनुपात 102 था, जो अब घटकर 86.35 पर आ गया है। इसका मतलब है कि सोने की तुलना में चांदी का प्रदर्शन बेहतर हो रहा है।
बॉन्ड यील्ड में गिरावट
अमरीकी 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड मई से अब तक 4 प्रतिशत से अधिक गिर चुकी है, जिससे कीमती धातुओं को सहारा मिला है।
औद्योगिक मांग
सिल्वर इंस्टीट्यूट के अनुसार, 2025 में वैश्विक चांदी की खपत 1,220 मिलियन औंस तक पहुंच सकती है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि मौजूदा समय में चांदी की तेजी काफी लंबी हो चुकी है। इसमें कुछ थकान के संकेत दिख रहे हैं। आगे अमरीकी महंगाई के आंकड़े और फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों से जुड़े फैसले अहम होंगे। यदि डॉलर दोबारा मजबूत होता है, तो चांदी की कीमतों पर दबाव बन सकता है। अगर अमरीकी महंगाई उम्मीद से ज्यादा गिरी और फेड ने ब्याज दरों में कटौती की, तो चांदी की कीमतें 50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं।
निवेशकों के लिए यह समय थोड़ा सावधानी बरतने का है। एक तरफ चांदी में तेजी जारी है और मांग मजबूत बनी हुई है, लेकिन दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय आर्थिक हालात तेजी पर ब्रेक भी लगा सकते हैं। विशेषज्ञों की राय है कि अल्पकाल में लाभ लेने वाले निवेशकों को सावधान रहना चाहिए, जबकि लंबी अवधि के निवेशक अभी भी चांदी को आकर्षक मान सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार चांदी में निवेश एक आकर्षक विकल्प है। पर सावधानी बरतना जरूरी है। सबसे पहले, शुद्धता की जांच करें। हमेशा 999 या 925 हॉलमार्क वाली चांदी खरीदें। बिना हॉलमार्क के जोखिम भरा हो सकता है। दूसरा, बाजार की अस्थिरता को समझें। कीमतें तेजी से बदल सकती हैं, इसलिए लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करें। तीसरा, विश्वसनीय विक्रेता चुनें।
Published on:
15 Sept 2025 02:53 pm
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