
SI Paper Leak Case : जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने राजस्थान पुलिस अकादमी (RPA) में प्रशिक्षण ले रहे 11 थानेदारों को और गिरफ्तार किया है। जबकि परीक्षा से पहले पेपर लेकर थानेदार परीक्षा में पास होने वाले जोधपुर कमिश्नरेट के एक कांस्टेबल अभिषेक बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में मैरिट सूची में टॉप टेन में सूची में चार शामिल हैं और मैरिट में 100 के अंदर आने वाले 9 आरोपी शामिल हैं।
एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि आरोपियों में कुछ ने परीक्षा से पहले पेपर प्राप्त किया, कुछ ने खुद की जगह डमी अभ्यर्थी बैठाया और कुछ ने अन्य अनुचित साधन उपयोग में लेकर नकल की थी। अभी आरपीए में प्रशिक्षण ले रहे थानेदारों की भूमिका की जांच चल रही है। गिरफ्तार आरोपियों में से किसी ने 15 लाख तो किसी ने 20 लाख रुपए पेपर लीक करने वाले गिरोह को दिए।
अब तक पूरे मामले में 32 थानेदार गिरफ्तार हो चुके, जिनमें तीन आरोपी वो भी शामिल हैं, जिन्होंने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा पास तो कर ली थी, लेकिन जॉइन करने नहीं आए थे। जबकि पेपर लीक से जुड़े गिरोह के 7 लोग भी गिरफ्तार किए गए। अभी गिरोह के कई लोग फरार चल रहे हैं। अब तक इस प्रकरण में कुल 39 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
| गिरफ्तार आरोपी का नाम | पता | मैरिट में रैंक | इस शहर में था परीक्षा केन्द्र |
| सुरेन्द्र कुमार बगड़िया | निवासी सीकर | 03 | जयपुर |
| दिनेश बिश्नोई | निवासी जोधपुर के कुड़ीभगतासनी | 06 | कोटा |
| कांस्टेबल अभिषेक बिश्नोई | निवासी जोधपुर के लूणी | 08 | जयपुर |
| मालाराम बिश्नोई | निवासी बाड़मेर के डोलीकला | 10 | बीकानेर |
| राकेश जाट | निवासी झुंझुनूं के मालीगांव | 13 | कोटा |
| सुभाष बिश्नोई | निवासी जोधपुर के गुढ़ा विश्नोईयान | 28 | जयपुर |
| अजय बिश्नोई | निवासी जोधपुर के विनायकपुरा भवाड़ | 55 | जयपुर |
| जयराज सिंह | निवासी बीकानेर में राजपूतों को मोहल्ला सुरधाना | 79 | जयपुर |
| मनीष बेनीवाल | निवासी बीकानेर के नोखा स्थित जागंलू | 100 | जयपुर |
| मंजू बिश्नोई | निवासी बाड़मेर के धौरीमन्ना | 411 | जयपुर |
| चेतन सिंह मीणा | निवासी टोंक के अलीनगर | 610 | जयपुर |
| हरखू चौधरी | निवासी बाड़मेर के भाकरपुर | 1655 | बीकानेर |
वी.के. सिंह ने बताया कि पिछले करीब 15 दिन में एसओजी को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 से संबंधित 400 से अधिक शिकायतें मिल चुकी है, जिनमें परीक्षा में विभिन्न अनुचित साधनों का उपयोग कर थानेदार बनने से संबंधित है। एसओजी के एएसपी रामसिंह शेखावत, भवानी शंकर मीणा, चिंरजीलाल मीणा, महावीर सिंह, उपाधीक्षक शिव कुमार भारद्वाज, शकील अहमद, नियाज खान, निरीक्षक यशवंत सिंह, हरीपाल सिंह, नेमीचंद, मनीष चारण, एकता, मुकेश खरडिया, ओमप्रकाश मातवा, सुरेश, गुरमेल सिंह व रामफूल ने पिछले 10 दिन से दिन रात प्रशिक्षु थानेदारों के खिलाफ सबूत जुटाने की कार्रवाई की और उसके बाद बुधवार शाम को प्रशिक्षण लेने वाले 11 थानेदार व जोधपुर कमिश्नरेट के कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया। उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा से मामले की जांच से जुड़ी एसआईटी की पूरी टीम अभी भी 40 से अधिक प्रशिक्षु थानेदारों के खिलाफ मिले सबूतों की तस्दीक करने में लगी है। अनुसंधान में जिनके खिलाफ सबूत मिलेंगे, उनको गिरफ्तार किया जाएगा।
पेपर लीक मामले में मास्टर माइंड सबका आका है। आरोपी जगदीश ने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाया और उसके बाद साथी यूनिक भांभू व शिवचरण को दिया। यहां से पेपर भूपेन्द्र सारण, शेर सिंह मीणा व फरार चल रहे सुरेश ढाका तक पहुंचा और फिर इन्होंने अपने कई गुर्गों को पेपर भेजकर परीक्षार्थियों को पढ़ाया।
जोधपुर कमिश्नरेट के कांस्टेबल अभिषेक बिश्नोई उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लेकर पास तो हो गया, लेकिन उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज करवा रखा है। इसके चलते वह थानेदार का प्रशिक्षण जॉइन नहीं कर पाया। वहीं गिरफ्तार प्रशिक्षु थानेदार मंजू व हरखू की जगह महिला डमी अभ्यर्थी ने परीक्षा दी थी। दोनों की जगह परीक्षा देने वाली डमी अभ्यर्थी को भी तलाशा जा रहा है।
Updated on:
04 Apr 2024 08:17 am
Published on:
04 Apr 2024 08:15 am
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