10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Bisalpur Dam Today Update : त्रिवेणी नदी में फिर तेज उफान, यही रफ्तार रही तो 72 घंटे में खुल जाएंगे गेट

Bisalpur Dam: त्रिवेणी नदी जहां मंगलवार को 2.90 मीटर गेज के साथ बह रही थी,वहीं बुधवार सुबह 10 बजे तक यह नदी 3.50 मीटर पर उफान पर आ गई है।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Rajesh Dixit

Sep 04, 2024

3.50 मीटर गेज के साथ बही त्रिवेणी
जयपुर।
पिछले दो दिन से धीमी रफ्तार से चल रही त्रिवेणी नदी में अब धीरे-धीरे उफान आता जा रहा है। इससे बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज हो गई है। त्रिवेणी नदी की यही रफ्तार रही तो अगले 72 घंटे में बीसलपुर से गेट खोलने की प्रक्रिया तेज हो जाएगी। त्रिवेणी नदी जहां मंगलवार को 2.90 मीटर गेज के साथ बह रही थी,वहीं बुधवार सुबह 10 बजे तक यह नदी 3.50 मीटर पर उफान पर आ गई है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि बीसलपुर बांध में तेजी से पानी आ रहा है।

यह भी पढ़े : Holiday : दो दिन का अवकाश घोषित, 17 सितंबर व 5 नवंबर का रहेगा अवकाश

जानिए पिछले चार दिन से त्रिवेणी नदी किस रफ्तार से बह रही
31 अगस्त-2.80 मीटर
1 सितम्बर-2.80 मीटर
2 सितम्बर-2.90 मीटर
3 सितम्बर-3.50 मीटर

यह भी पढ़े : Good News : बज गया सायरन, माही डेम के खोल दिए चार गेट, 25 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू

आज रात केवल 50 सेंटीमीटर ही रह जाएगा बांध खाली
बीसलपुर बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर की है। बांध में बुधवार सुबह दस बजे तक 314.85 मीटर पानी आ चुका है। जिस रफ्तार से त्रिवेणी नदी बह रही है, उससे उम्मीद है कि आज रात तक 15 सेंटीमीटर पानी और आ जाएगा। ऐसे में बांध केवल 50 सेंटीमीटर ही खाली रहेगा। इसके बांध बीसलपुर डेम के अधिकारी गेट खोलने की प्रयासों में जुट जाएंगे।

यह भी पढ़े : आखिर बीसलपुर से पहले राजस्थान के इस बांध ने मार ली गेट खोलने में बाजी, चार गेट खुलेंगे

24 घंटे में 21 सेंटीमीटर तक आया पानी
बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज हो गई है। पिछले चौबीस घंटे की ही बात करें तो बांध में 21 सेंटीमीटर तक पानी आ चुका है। बांध में मंगलवार सुबह दस बजे तक 314.64 आरएल मीटर पानी था, वहीं बुधवार सुबह दस बजे तक 314.85 आरएल मीटर तक पानी आ चुका है।

यह भी पढ़े : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बोले…मैंने किए हैं शिक्षा विभाग में ये पांच नवाचार, ये बने विश्व कीर्तिमान