सडक़ों की दुर्गति –
डामर सडक़ों की हालत इतनी खराब है कि उन पर चलना भी दुश्वार हो रहा है। पोकरण रोड पर बालीनाथ प्रवेशद्वार से रावणा राजपूत धर्मशाला तक, रावणा राजपूत धर्मशाला से रेलवे स्टेशन तक डामर सडक़ की बुरी हालत होने के बावजूद जिम्मेदार बेपरवाह हैं। यही हाल नोखा चौराहा सडक़ का है, हालाकि यहां गत दिनों काम शुरू हुआ है। जो कछुआ की चाल से चल रहा है।नोखा चौराहे से रेलवे स्टेशन जाने वाले इस सडक़ मार्ग की स्थिति पिछले 4 साल से खऱाब हालत में है। इस सडक़ मार्ग पर रामदेवरा के 3 मुख्य विद्यालय स्थित होने के कारण और रेलवे स्टेशन जाने वाली मुख्य सडक़ होने के कारण प्रतिदिन सैकड़ों विद्यार्थी और श्रद्धालु आवागमन करते हैं, लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग की नींद अभी तक नही खुल पाई है। रुणिचा कुआ जाने वाली डामर सडक़ की भी दुर्गति ने यात्रियों को परेशान कर दिया। यहां से सबसे अधिक श्रद्धालु पैदल गुजरते हैं।पैदल पथ पर भी झाडिय़ां और कचरा फैला हुआ है।
अंधेरे में चलते हैं यात्री –
बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने आने वाले पैदल यात्री जोधपुर से वाया वीरमदेवरा गांव होते हुए रुणीचा कुआ से बाबा की समाधि स्थल तक पहुंचते हैं। इस दौरान रुणीचा कुआ रोड से लेकर रावणा राजपूत धर्मशाला तक करीब 1 किलोमीटर की परिधि में किसी प्रकार की रोड लाइट नहीं होने के दौरान पैदल यात्रियों को अंधेरे के बीच अपना सफर तय करना पड़ता है। मेले के दौरान भी यह सडक़ अंधेरे में डूबी रहती है ।पानी और बिजली के दावे –
मेले में आने वाले लाखों यात्रियों को बिजली-पानी की अहम जरूरत रहती हैं। रोजाना 14 से 16 लाख लीटर पानी रामदेवरा ग्राम पंचायत को चाहिए। वर्तमान में पानी 10 से 12 लाख लीटर ही सप्लाई होता है। ऐसे में टैंकरों के सहारे मेले में आने वाले लाखों यात्रियों की पानी की जरूरत को जिम्मेदार कैसे पूरा करेंगे, यह अहम सवाल है।रेलवे स्टेशन के पास दुर्गंध
रामदेवरा रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म की दीवार के पीछे भारी मात्रा में जमा गटर का पानी दुर्गंध फैला रहा है। जिससे यात्रियों और ग्रामीणों दोनो को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। जिम्मेदार लंबे समय से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।वाहनों का जमावड़ा
बाबा रामदेव मेले से पहले ही आने वाले यात्रियों को मेला चौक,चाचा चौक,पर्चा बावड़ी, टीन शेड रोड, पर वाहनों के जमावड़े से पैदल तक चलने की जगह नही मिल पाती है। वाहन चालकों की दबंगई के चलते यात्री परेशानी उठाते हैं।
फैक्ट फाइल –
-5 सितंबर को बाबा रामदेव मेला शुरू -30 से 40 लाख श्रद्धालुओं का होगा आगमन-5 किमी में फैला रहता है मेला