-गली मोहल्लों में भी होली के भजनों व गीतों की धूम
पोकरण. फाल्गुन माह में आने वाले रंगो के त्यौहार होली को लेकर परमाणु नगरी पोकरण में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। होलका नक्षत्र लगते ही कस्बे में होली के गीतों व भजनों की आहट सुनाई देने लगी है। गुलाबी ठण्ड की रातों में कस्बे के मुख्य गली मोहल्लों व मंदिरों में पुरुषों व महिलाओं की ओर से भगवान श्रीकृष्ण व शिव के जीवन से जुड़े होली के गीत व भजन गाकर होली के नजदीक आने के संकेत दे रहे है। कस्बे में गत कई वर्षों से स्थानीय लोगों की ओर से रंगों के इस त्यौहार को कॉस्मेटिक रंगो व गुलाल का उपयोग एक तरह से बंद सा कर दिया है तथा रंगों का उपयोग केवल छोटे बच्चों तक ही सीमित रह गया है। आमजन की ओर से इसका उपयोग कम किया जा रहा है।
मंदिरों में भगवान के आगे खेलते हैं होली
स्थानीय गांधी चौक स्थित गोवद्र्धन नाथजी की हेवली तथा संत गजानन महाराज के मंदिर में इन दिनों होली के मौके पर पुरुषों व महिलाओं की ओर से पुष्पों व गुलाल से होली खेली जा रही है तथा सुबह व शाम के समय भगवान श्रीकृष्ण व राधिका के जीवन से जुड़े भजन किए जा रहे है। इसी प्रकार पोकरण के प्रसिद्ध भजन गायकों की ओर से रात के समय कस्बे के अलग-अलग सार्वजनिक स्थलो पर कार्यक्रम आयोजित कर पुष्पों की होली खेली जा रही है पुष्करणा, स्वर्णकार, माहेश्वरी समाज के मोहल्लों में भजन किए जा रहे है। भजनों के दौरान गली मोहल्लों का वातावरण धर्ममय हो जाता है तथा होली के त्यौहार की रंगत नजर आती है।