हालांकि राजस्थान भर में लाभार्थियों को जयपुर ले जाने का सबसे कम लक्ष् य जैसलमेर को कम जनसंख्या के मद्देनजर दिया गया है, लेकिन यह भी हकीकत है कि जैसलमेर से जयपुर सबसे ज्यादा दूरी पर है। अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उन्होंने अपने तौर पर लाभार्थियों से अनुनय-विनय कर जयपुर चलने के लिए उन्हें रजामंद तो कर लिया है, लेकिन वे बस में बैठने के लिए शुक्रवार को पहुंचेंगे तब ही उनकी सांस में सांस आएगी। इस लिहाज से दो हजार लाभार्थियों को ले जाने का लक्ष् य पूरा होने पर अभी तक संशय के बादल हैं।
इस बीच राज्य सरकार ने लाभार्थियों को ले जाने की व्यवस्था के लिए सभी जिलों को बजट आवंटित कर दिया है। इसके अंतर्गत जैसलमेर को 24 लाख 74 हजार रुपए जारी किए गए हैं, जिसमें 100 बसों की व्यवस्था करनी है और प्रति किलोमीटर 20 रुपए किराया निर्धारित कर दिया गया है। राज्य सरकार राज्य भर में इस मद में 7 करोड ़22 लाख 53 हजार रुपए खर्च कर रही है। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने केवल बसों का किराया दिया है, ईंधन की व्यवस्था अधिकारियों को करनी है। ऐसे ही लाभार्थियों के खाने-पीने का इंतजाम भी अधिकारियों के जिम्मे कर दिया गया है।