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स्वर्णनगरी के बाजारों में बरसा धन…पहली बार दिवाली के आगमन का अहसास

हर्षोल्लास और रोशनियों के पर्व दीपावली का विधिवत आगाज शनिवार को धनतेरस के साथ हो गया। बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमडऩे से चहुंओर दीपपर्व का उल्लास फैल गया।

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हर्षोल्लास और रोशनियों के पर्व दीपावली का विधिवत आगाज शनिवार को धनतेरस के साथ हो गया। बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमडऩे से चहुंओर दीपपर्व का उल्लास फैल गया। जैसलमेर के बाजार में करीब 35 करोड़ का व्यवसाय होने का अनुमान है। वाहनों-मोबाइल के शोरूमों से लेकर इलेक्ट्रोनिक्स, खाने-पीने के सामान की दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों पर सुबह से लेकर रात तक जबर्दस्त ग्राहकी का दौर देखा गया। इससे दुकानदारों व अन्य व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक बिखरी दिखाई दी। शहर के गुलासतला, आसनी पथ, गोपा चौक, सदर बाजार, पंसारी बाजार, कचहरी मार्ग, अमरसागर प्रोल, पुराने ग्रामीण बस स्टेंड, गीता आश्रम और हनुमान चौराहा सहित आवासीय कॉलोनियों की दुकानों में भी अच्छा कारोबार हुआ। चारों तरफ सजी-धजी दुकानों व दिवाली के अवसर पर काम आने वाली सामग्री से बाजार गुलजार नजर आए। जीएसटी दरों में कमी का सबसे बड़ा असर दुपहिया वाहनों की खरीद पर नजर आया और गत वर्ष की तुलना में करीब 25 प्रतिशत अधिक वाहन बिके। इसके अलावा खरीदारों का सबसे ज्यादा जोर मोबाइल हैंडसेट, इलेक्ट्रोनिक सामान, कपड़ों व अन्य उपभोक्ता वस्तुओं पर रहा।

मंदिर में उमड़े श्रद्धालु, बाजारों में ग्राहक

धनतेरस पर्व के साथ दीपोत्सव का आगाज होने से बड़ी संख्या में लोग स्थानीय सोनार दुर्ग स्थित भगवान लक्ष्मीनाथजी के मंदिर में दर्शनार्थ पहुंचे। सुबह आरती के समय मंदिर में पांव रखने तक को जगह नहीं मिली। उसके बाद बाजार भी खचाखच नजर आए। जानकारी के अनुसार जैसलमेर में शनिवार को करीब 1500 दुपहिया वाहन बिक गए। जीएसटी में कटौती व वाहनों के शोरूम में फाइनेंस की सुविधा उपलब्ध होने से वहां खरीदारों की भारी भीड़ नजर आई। दुपहिया वाहन एजेंसी के संचालक राजेन्द्र सुथार ने बताया कि गत वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत ज्यादा व्यवसाय हुआ है। विक्रेताओं ने पहले से स्टॉक कर रखा था। ऐसे ही इलेक्ट्रोनिक सामान जैसे स्मार्ट टीवी, वॉशिंग मशीन, म्यूजिक सिस्टम, रेफ्रिजरेटर, आदि और हमेशा की भांति मोबाइल हैंडसेट की बिक्री की बेशुमार हुई। स्टील-पीतल के बर्तनों, सोने-चांदी के आभूषणों, रेडिमेड वस्त्रों, जूते-चप्पल आदि की दुकानों के साथ मिट्टी के दीयों, सजावटी सामान की रेहडिय़ों पर भी अच्छी ग्राहकी हुई।

दीपों की सजी कतारें

शाम के समय घरों में महिलाओं ने दीप भी प्रज्ज्वलित करना प्रारंभ कर दिए। इससे दिवाली की रौनक और निखर गई। धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए शुभ माने जाने की वजह से सुबह से ही खरीदारों की भीड़ बाजारों में नजर आने लगी। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी तादाद में महिलाएं व पुरुष खरीदारी के लिए पहुंचे। दुकानदारों ने रंगीन रोशनियों व अन्य प्रचार सामग्री से प्रतिष्ठानों को आकर्षक ढंग से सजाया-संवारा है। मिठाई विक्रेताओं और सजावटी सामान, लाइटें आदि बेचने वालों ने सडक़ पर आगे बढकऱ सामान सजा रखा है। बाजारों और मुख्य मार्गों पर भारी चहल- पहल से व्यापारी वर्ग के चेहरों पर चमक दिखाई दी।

फैक्ट फाइल

  • 18 करोड़ के वाहनों की अनुमानित बिक्री
  • 04 करोड़ के आभूषण व सिक्के बिके
  • 07 करोड़ के मोबाइल व इलेक्ट्रोनिक सामान की बिक्री
  • 06 करोड़ के अन्य सामान की बिक्री