नए विधायक से शहरी व ग्रामीण आबादी को सबसे बड़ी उम्मीद स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करवाने की है। गौरतलब है कि जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र की हजारों की आबादी के लिए आज भी पीने के पानी की किल्लत बनी रहती है। पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने की दरकार है। जैसलमेर से कई गुना अधिक आबादी वाले शहरों में रोजाना जलापूर्ति की जा रही है, लेकिन नहर के मुहाने पर बसे जैसलमेर शहर की पाइप लाइन को बदलकर रोजाना जलापूर्ति का वर्षों से लंबित सपना पूरा करवाया जाए।
सीमावर्ती जैसलमेर में बारानी भूमि आबंटन पर चार दशकों से रोक लगी है। चुनाव से पहले सरकार ने रोक हटा तो दी, लेकिन अब इसे गतिपूर्वक क्रियान्वित करने के लिए विधायक को नई सरकार स्तर पर पुरजोर प्रयास करने होंगे।भूमिहीनों को जमीन का हक दिलाना होगा।
बीमार चिकित्सा ढांचा सुधारने की दरकार
स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में राजस्थान के सर्वाधिक पिछड़े क्षेत्रों में शुमार किए जाने वाले जैसलमेर में चिकित्सा तंत्र का ढांचा सुधारना नए विधायक की प्राथमिकता में होना चाहिए। क्षेत्र में सरकारी चिकित्सा केंद्रों पर चिकित्सक व अन्य स्टाफ की कमी के अलावा आधारभूत ढांचे में सुधार की बहुत गुंजाइश है।
इंदिरा गांधी नहर परियाजना के द्वितीय चरण में आने वाले जैसलमेर के हजारों नहरी किसान आए दिन सिंचाई के लिए पानी की कमी के कारण त्रस्त रहते हैं। प्रथम चरण के अंतर्गत आने वाले जिले जैसलमेर के हक का पानी भी ले लेते हैं। विधायक को इस संबंध में प्रभावी कार्रवाई करने की दरकार है।
शिक्षा का स्तर सुधारने की दरकार
जैसलमेर में उच्च शिक्षा की सुविधा नहीं के समान है। यहां के महाविद्यालयों में पद रिक्तता का घुन समूचे सिस्टम को खोखला कर रहा है। प्रतिभावान विद्यार्थियों के सामने उच्च शिक्षा अर्जन के लिए बाहरी शहरों में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। विशेषकर तकनीकी शिक्षा की उपलब्धता जरूरी है।
नए विधायक को जैसलमेर के पर्यटन से भी कम अपेक्षाएं नहीं है। पर्यटन को जैसलमेर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। इसके बावजूद सरकारी स्तर पर पर्यटन को अपेक्ष् िात महत्व नहीं दिया जाता। इस मामले में शासन-प्रशासन विगत सालों से उदासीन ही बने हुए हैं।
जैसलमेर को रेल नेटवर्क में विस्तार की दरकार है।विधायक रूपाराम मेघवाल को सोनू-हमीरा रेल लाइन का कार्य तेजी से पूरा करवाया जाए और जैसलमेर-भाभर रेल परियोजना को यथार्थ के धरातल पर उतारने में भी उन्हें प्रयास करने होंगे।
जैसलमेर पर्यटन और सभ्यता-संस्कृति की ताकत यहां की अद्भुत विरासत है। इसके संरक्षण को लेकर सरकारें गंभीर नहीं रही है। विधायक रूपाराम मेघवाल को विरासत संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे।
जैसलमेर शहर की आबोहवा को खराब करने में अतिक्रमण और अवैध कब्जों का भी बड़ा कारण है। इसके लिए विधायक को इच्छाशक्ति दर्शानी होगी और नगरपरिषद को भी इसके लिए तैयार करना होगा।
रेल सम्पर्क बढ़ाने की दरकार
सामरिक दृष्टिकोण तथा पर्यटन के लिहाज से अहम जैसलमेर को देश के विभिन्न बड़े शहरों से सीधा रेल सम्पर्क दिलाने में भी विधायक प्रयास करेंगे, ऐसी आशा यहां के बाशिंदों को रहेगी। इससे पर्यटन के साथ आमजन तथा सैन्य बलों को बड़ी सुविधा मिलेगी।