25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा : पेपरलीक माफियाओं का गढ़ बनता जा रहा है राजस्थान का यह जिला, अब SOG करेगी पूछताछ

करीब डेढ़ दशक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट, नकल प्रकरण, डमी कैंडिडेट बिठाने के मामले में जालोर जिले की भूमिका

2 min read
Google source verification

प्रतीकात्मक तस्वीर

शिक्षक भर्ती में फर्जी दस्तावेज, डमी कैंडिडेट व अन्य फर्जीवाड़े से नौकरी हासिल करने वाले 123 संदिग्धों से अब एसओजी पूछताछ करेगी। जालोर जिले की बात करें तो कुल 115 शिक्षक ऐसे हैं, जो जिले में अलग-अलग जगह पोस्टेड हैं, जिनकी नियुक्तियां शक के दायरे में है। फर्जीवाड़े के रेडार पर दर्ज इस सूची में सर्वाधिक नाम सांचौर और इसके आस-पास के गांवों से हैं।

मामला इसलिए गंभीर है कि पिछले करीब डेढ़ दशक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट, नकल प्रकरण, डमी कैंडिडेट बिठाने के मामले में जालोर जिले की भूमिका रही है। वहीं वर्तमान में इस लंबी सूची में भी सर्वाधिक नाम जालोर जिले के ही है, जिनसे पूछताछ और जांच के पुख्ता आधार एसओजी के पास मौजूद हैं। इधर, नामजद प्रकरण दर्ज होने के बाद विभाग में पोस्टेड स्टाफ के नदारद रहने की चर्चाएं है। फर्जीवाड़े के आरोपियों को एसओजी टीम की दबिश की आहट सुनाई दे रही है।

डमी कैंडिडेट की संभावना ज्यादा

पांच साल में हुई नियुक्तियों की जांच में सर्वाधिक शक डमी कैंडिडेट से जुड़े है। प्रारंभिक जांच में अधिकतर संदिग्धों के ई-हस्ताक्षर तक का मिलान नहीं हुआ। यही नहीं जो भी शिक्षक शक के दायरे में है, उनके प्रवेश पत्र व अन्य दस्तावेजों में फोटो और हस्ताक्षर का मिलान तक नहीं हो पाया है।

पूछताछ और अब होगी धरपकड़

प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े से जालोर जिले का सीधा जुड़ाव रहा। इसमें सर्वाधिक भूमिका सांचौर की रही है। इस मामले में भी एसओजी के पास जो इनपुट है, उसके अनुसार नौकरी पर काबिज सभी संदिग्धों के दस्तावेजों में हेरफेर ही नहीं, बल्कि डमी कैंडिडेट द्वारा परीक्षा देने के इनपुट है। अब एसओजी सभी ने गहन पूछताछ करेगी। बता दें पूर्व की प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल और पेपर आउट प्रकरणों में जालोर जिले की बड़ी भूमिका सामने आ चुकी।

पहला मामला नहीं, बड़े मामले में जालोर की भूमिका

24 दिसंबर 2022 को सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण में मूल रूप से हेमागुड़ा (सांचौर) की निजी बस में बेकरिया (उदयपुर) में बस में कुल 45 जनों को सामूहिक पेपर सॉल्व करवाया जा रहा था। ये सभी जालोर जिले के ही थे। इस मामले में ठैलिया का हैड मास्टर सुरेश विश्नोई पेपर सॉल्व करवा रहा था।

पीटीआई भर्ती परीक्षा- 2022 में 165 अभ्यर्थियों ने फर्जी डिग्री पेश की। मामला जुलाई माह में ही दर्ज हुआ। इस फर्जीवाड़े के मामले में जालोर के 14 पीटीआई शामिल, जिनके खिलाफ मामला दर्ज

यह वीडियो भी देखें

2010 से लेकर 2019 के बीच कांस्टेबल, पीटीआई, एसआई भर्ती समेत लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बिठाने, पेपर आउट या नकल प्रकरण के मामले में जालोर-सांचौर की भूमिका रही।

इन्होंने कहा

123 संदिग्ध शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच के बाद मामले दर्ज किए गए हैं। अब इन सभी संदिग्धों से प्रकरण को लेकर पूछताछ की जाएगी।
कमल नयन, उप अधीक्षक, एसओजी जयपुर