24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

RTI के जवाब में बड़ा खुलासा,’सब ठीक है’ के दावों के बीच कश्मीर में ​हुई पत्थरबाजी

Jammu Kashmir News: विशेष दर्जा निरस्त करने के बाद, कश्मीर में हुई बड़ी संख्या में (Stone Pelting In Jammu And Kashmir) पत्थरबाजी (Stone Pelting) की (Jammu And Kashmir Situation) घटनाएं...

2 min read
Google source verification
RTI के जवाब में बड़ा खुलासा,'सब ठीक है' के दावों के बीच कश्मीर में ​हुई पत्थरबाजी

RTI के जवाब में बड़ा खुलासा,'सब ठीक है' के दावों के बीच कश्मीर में ​हुई पत्थरबाजी

(जम्मू,योगेश): जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार के 'सामान्य स्थिति' के दावों के विपरीत, एक आरटीआई जवाब में खुलासा हुआ है की 5 अगस्त को तत्कालीन राज्य का विशेष दर्जा खत्म करने और दो केंद्र शासित प्रदेशों के पुनर्गठन के बाद, करीब 1200 पथराव की घटनाएं हुई है। सिर्फ अगस्त में ही 658 घटनाओं दर्ज की गई।

यह भी पढ़ें: Video: विदेशी ब्रीड्स के डाग्स को मात दे रहा गलियों का 'ठेंगा', उत्तराखंड पुलिस स्क्वायड में बनाई जगह

जम्मू निवासी आरटीआई कार्यकर्ता रोहित चौधरी द्धारा दायर एक आवेदन के उत्तर के अनुसार राज्य की विशेष स्थिति को रद्द करने के बाद पत्थरबाज़ी की घटनाओं में बहुत इजाफा हुआ है। अगस्त से 30 नवंबर, 2019 तक जम्मू-कश्मीर में पथराव की कुल 1193 घटनाएं दर्ज की गईं। अगस्त में पथराव की घटनाओं की संख्या 658 थी , सितंबर में 248, अक्टूबर में 203 और नवंबर में घटकर 84 रह गई। वर्ष के पहले सात महीनों (जनवरी से जुलाई) तक पथराव की घटनाओं की संख्या 803 थी, जो मई में अधिकतम 257 और जुलाई में न्यूनतम 26 थी।

यह भी पढ़ें: नए साल की शुरुआत प्रेमियों के लिए नहीं रही अच्छी, कहीं हुई पिटाई तो कहीं वीडियो वायरल

आरटीआई के माध्यम से 1 जनवरी 2019 से 1 दिसंबर 2019 के दरम्यिान पथराव की घटनाओं की संख्या और गिरफ्तार किए गए पत्थरबाजों, आतंक से संबंधित घटनाओं की संख्या और घायल होने और मारे गए सैनिको, मारे गए या गिरफ्तार हुए आतंकवादियों की संख्या, व संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या का बयोरा मांगा गया था। आरटीआई उत्तर के अनुसार सुरक्षाबलों के आतंकवाद रोधी अभियान के कारण आतंकी गतिविधियों में कमी आई है।

यह भी पढ़ें: Video: पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्धारे पर पत्थरबाजी, सिखों को भगाने और शहर का नाम बदलने की धमकी

अगस्त से नवंबर तक की 309 आतंकवाद संबंधी हिंसा की घटनाओं में 26 आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया, जबकि 47 आतंकवादी जिंदा पकड़े गए है। इस दौरान चार सुरक्षाकर्मियों की भी जान चली गई और इन चार महीनों में 31 सुरक्षाकर्मियों घायल हुए हैं। हालांकि, जनवरी से जुलाई तक (विशेष दर्जे को निरस्त करने से पहले) 282 आतंकवाद संबंधी हिंसा की घटनाओं में 131 आतंकवादियों मरे गए और 62 को सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया। वर्ष 2019 के पहले सात महीने में 76 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और 107 घायल हुए हैं। अगस्त 2019 से अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में भी भारी वृद्धि हुई है।

यह भी पढ़ें:ननकाना साहिब की घटना से जम्मू में आक्रोश, सिख समुदाय ने किया प्रदर्शन

उत्तर के अनुसार संघर्ष विराम उल्लंघन की 1203 घटनाओं को विशेष दर्जा का ख़त्म होने के बाद हुई है। अगस्त में सीमा पर संघर्ष विराम की 323 घटनाएं हुईं, जबकि सितंबर में घटनाएं 308, अक्टूबर में अधिकतम 398 और नवंबर में यह संख्या 333 थी। पहले सात महीनों में 1724 कुल युद्धविराम की घटनाएं हुई जुलाई में अधिकतम 314 थीं और सबसे कम 190 जून की थी।

जम्मू कश्मीर की ताजा ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...


यह भी पढ़ें: श्रीनगर के अस्पताल में घुसा लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी, जानिए क्या थे इसके खतरनाक मंसूबे