
CG News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में शहर की नालियों का गंदा पानी सीधे हसदेव नदी में मिलने पर पर्यावरण संरक्षण मंडल ने नगरपालिका चांपा पर 9 करोड़ 90 लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई है। इस राशि को तत्काल जमा करते हुए नाली के पानी को नदी में न जाने देने की हिदायत दी है। इसके बावजूद नाली के पानी को नदी में बहाया जा रहा है।
इधर, नगर पालिका सीएमओ सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने के बाद इस समस्या से राहत मिलने का हवाला दे रहे हैं। जबकि यह प्लांट 4 सालों से निर्माणाधीन है। इसके तहत नदी किनारे बिछाई गई पाइप लाइन में अभी से कई जगह जाम की समस्या है।
पर्यावरण संरक्षण मंडल ने शहरों की नालियों का पानी नदी में छोड़ने पर नगरपालिका चांपा को तीसरी बार नोटिस दिया है। 26 नवंबर 2024 को लिखे अपने पत्र में अल्टीमेटम देते हुए नाली के पानी को फिल्टर किए बगैर सीधे नाली में छोडऩे के कारण 9 करोड़ 90 लाख रुपए पेनॉल्टी ठोकी है। इसके पहले भी पर्यावरण विभाग ने वर्ष 2021 में दो बार और 2022 में एक पत्र लिखकर पेनाल्टी की राशि जमा करने को कहा था। लेकिन नगर पालिका ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
पर्यावरण विभाग ने अपने पत्र में कहा है यह राशि तत्काल जमा किया जाए अन्यथा नगर पालिका के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इधर, नगर पालिका ने निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का हवाला देते हुए कुछ समय की मोहलत मांगी थी, लेकिन उसके अनुसार काम पूरा नहीं हो सका है।
Updated on:
30 Nov 2024 09:40 am
Published on:
30 Nov 2024 09:39 am
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