
स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल (Photo Patrika)
CG News: चार महीना पहले स्वामी आत्मानंद स्कूल में 47 पदों पर भर्ती हुई थी। उसमें भारी अनियमितता सामने आ रही है। एक ऐसे अभ्यर्थी की नियुक्ति कर दी गई जिसके पास डीएड की डिग्री कम्प्लीट नहीं हुई है और उसका चयन सूची में नाम है।
हाल ही में इस बात का खुलासा हुआ तो अफसरों के कान खड़े हो गए। अब इस बड़ी गड़बड़ी में डीईओ आफिस के क्लर्क का नाम सामने आ रहा है। बता दें कि चार महीना पहले शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती हुई है। 47 पदों में भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी, लेकिन निकाय व पंचायत चुनाव के चलते इन्हें ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया गया था।
अब ज्वाइनिंग लेटर दिया तो शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में ज्वाइनिंग करने गए। जब एक चयनित अभ्यर्थी मुस्कान खान जब स्कूल ज्वाइनिंग करने गई तो उसके पास डीएड सी मार्कशीट ही नहीं थी। अभ्यर्थी ने जो मार्कशीट लगाई थी उसमें डीएड का एक साल के कोर्स का प्रमाण पत्र सबमिट था। ऐसे में भर्ती में फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया।
यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि बलौदा ब्लॉक के एक क्लर्क को डीईओ आफिस में अटैच किया गया है। उसे स्वार्मी आत्मानंद स्कूल से संबंधित शाखा का प्रभार दिया गया है। उक्त क्लर्क के द्वारा भर्ती की पूरी प्रक्रिया में बड़ी भागीदारी रही है। सूत्रों का आरोप है कि उक्त क्लर्क के द्वारा भर्ती में पूरी तरह से मनमानी की गई है। जिसे बड़े अफसर भी देख नहीं पाए या फिर आंख बंद कर सभी को नियुक्ति दे दी गई है। यह जांच का विषय है।
CG News: इस संबंध में डीईओ अश्वनी कुमार भारद्वाज का कहना है कि हमसे चूक हुई है। चयन समिति में तीन-तीन अफसरों की ड्यूटी थी फिर भी हम गड़बड़ी की जांच नहीं कर पाए। लेकिन ज्वाइनिंग करने वाले अफसरों को साफ चेतावनी दी जाती है कि वे मूल अंकसूची की जांच करने के बाद ही ज्वाइनिंग दें। नियुक्ति की शर्तों में लिखा रहता है कि मार्कशीट की पड़ताल कर ही ज्वाइन कराएं। अभ्यर्थी ने भी फ्रॉड किया है वह भी दोषी मानी जाएगी।
जन्मेजय महोबे, कलेक्टर, जांजगीर-चांपा: भर्ती में जो भी गड़बड़ी की गई है उसकी जांच होगी। कोई भी गड़बड़ी करते पाया गया तो दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
CG News: नौकरी में भर्ती के समय चयन समिति में पांच बड़े अफसरों का नाम था, जिसमें डीईओ, डिप्टी कलेक्टर, जिला रोजगार अधिकारी सहित अन्य अफसर शामिल रहे। इन अफसरों की टीम ने अभ्यर्थियों के प्रत्येक मार्कशीट का बारीकी से जांच की, लेकिन खामियां नहीं पकड़ पाए। सूत्रों का यह भी आरोप है कि उक्त भर्ती में बड़ी तादाद में फर्जीवाड़ा किया गया है। अधिकतर अभ्यर्थी जो पात्र हैं उनका चयन नहीं हुआ और जिनके पास मार्कशीट ही नहीं है उनका चयन हो गया।
Updated on:
08 May 2025 07:57 am
Published on:
08 May 2025 07:56 am
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