
Monsoon 2024: संभाग सहित जिला में इस समय झुलसा देने वाली गर्मी की चपेट में है। हालांकि दो जून रविवार को नौतपा विदा ले चुका है। इसके बावजूद गर्मी अपना कहर बरपा रही है। इसके के चलते पारा छलांग लगाते हुए 43 डिग्री पर जा पहुंचा है। मौसम विभाग की मानें तो तापमान दो दिन बाद और बढ़ने की संभावना है। इसलिए अभी गर्मी से राहत नहीं मिल सकती। 45 डिग्री से ऊपर तापमान पहुंचने की संभावना मौसम विभाग जता रहे हैं। साथ ही पहले की अनुमान के अनुसार अब प्रदेश में मानसून पहुंचने में भी विलंब हो सकता है।
नौतपा के बाद बढ़े हुए तापमान ने शहरवासियों को परेशान कर दिया। नवपा विदाई के बाद तापमान में कमी होने लगी थी, पारा 37 डिग्री तक पहुंच गया था, भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही थी, लेकिन शुक्रवार को पारा चार डिग्री उछलकर 43 डिग्री सेल्सियश तक पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री ज्यादा रहा है।
25 मई से 2 जून तक चले नौतपा में तापमान 47 डिग्री से लुढ़ककर 37 डिग्री सेल्सियश तक नीचे आ गया था लेकिन जैसे ही नौतपा समाप्त हुआ है। उसके बाद राहत थी, पांच दिन बाद शुक्रवार को सुबह से ही गरम हवाएं की लपटें चलने लगी और तापमान पिछले तीन-चार दिनों में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच गया। बुधवार को पारा 38 डिग्री सेल्सियश पर था लेकिन शुक्रवार को यही पारा 43 डिग्री पर पहुंच गया।
इसी रोज न्यूनतम पारा 28 डिग्री दर्ज किया गया था लेकिन मंगलवार को 30 डिग्री दर्ज किया गया। यानि सुबह और शाम दोनों समय तापमान शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बना रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अभी आगे भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। दो दिन बाद तापमान और बढ़ने की संभावना है।
पारा 45 डिग्री से भी ऊपर जा सकती है। इससे लोगों को गर्मी और ज्यादा सताएगी। इसके अलावा मानसून इस बार जल्दी आने की संभावना थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। वर्षा की गतिविधियां कम हो गई। इसलिए अभी 3 से 4 दिन तक फिलहाल प्रदेश में मानसून आने की कोई संभावना नहीं है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा का कहना है कि अगले दो दिनों के बाद अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। इसके अलावा वर्षा की गतिविधि में कमी आने वाले 3-4 दिनों तक रहने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश में मानसून का दस्तक अभी 4-5 तक होने की संभावना नहीं है।
पश्चिमी हवा प्रबल होने चाहिए और उसकी गहराई वातावरण में 3.1 किलोमीटर तक होना चाहिए।
वातावरण में सार्थक रूप से नमी की मात्रा गहराई तक बढ़ना चाहिए।
आने वाले समय में लगातार वर्षा होने की संभावना बनी रहनी चाहिए।
क्षेत्र में बादल की स्थिति बनी रहना चाहिए।
क्षेत्र में मानसून पहुंचने की घोषणा करने के लिए लगातार दो दिनों तक उस क्षेत्र के 80 प्रतिशत स्टेशनों में 2.5 मिमी या अधिक वर्षा हो तो दूसरे दिन मानसून पहुंचने की घोषणा की जाती है।
चिलचिलाती तेज धुप से बचने के लिए चौक-चौराहों पर शेड का अभाव है। इस कारण राहगीरों, मजदूरों को पेड़ ल मिलने से दुकानों के आगे शेड के नीचे शरण लेकर समय बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
Updated on:
09 Jun 2024 07:31 am
Published on:
08 Jun 2024 01:58 pm
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